करीयर
ओबीसी नेमणूक मंडळाच्या कमिशनला प्रतिकूल आहे :लौतनराम निषाद
“राज्य सरकारें वंचितों के समुचित प्रतिनिधित्व के लिए आरक्षण कोटा बढ़ाने को स्वतंत्र” लखनऊ में केन्द्र सरकार की नौकरियों व शिक्षण संस्थानों में देश के पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण देने के लिए गठित मण्डल आयोग की अनुशंसाओें पर प्रो.राजेन्द्र वर्मा की अध्यक्षता में एक चर्चा-परिचर्चा का आयोजन किया…
पुढे वाचा »बीबीसी आणि मीना कोतवाल: पत्रकार वांशिक छळ बहुजन मुलगी कथा, भाग -10
आज मैं पिछला नहीं बल्कि कल की ही एक ताज़ा सूचना से शुरू करना चाहूंगी. कल मुझे पता चला कि मिस्टर झा ने बीबीसी से इस्तीफ़ा दे दिया है. जैसे ही मुझे पता चला चंद लोगों के लिए रही सही इज्जत भी मेरे दिल से खत्म हो गई. कुछ लोगों…
पुढे वाचा »बीबीसी आणि मीना कोतवाल: पत्रकार वांशिक छळ बहुजन मुलगी कथा, भाग -9
मी बीबीसी- 9 ‘‘कहां से हो?’’ ‘‘दिल्ली से ही, जन्म-पढ़ाई सब दिल्ली से ही हुआ है, लेकिन राजस्थान से भी संबंध रखते हैं.’’ ‘‘राजस्थान..? राजस्थान में कहा से हो?’’ ‘‘बूंदी ज़िले से’’ ‘‘अच्छा… राजस्थान में क्या हो?’’ ‘‘दलित हैं मैम’’ (गर्दन हिलाते हुए शांति-सी छा जाती है) ……………………………………………………. या…
पुढे वाचा »बीबीसी आणि मीना कोतवाल: पत्रकार वांशिक छळ बहुजन मुलगी कथा, भाग 8
मी बीबीसी- 8 कालांतराने, माझ्या मनात राग निर्माण होऊ लागले. मी नेहमी माझ्या स्वत: ची प्रशंसा प्रेम करेल. मार्ग तीन वेळा Newsroom राजेश प्रियदर्शनी डोके लोकांच्या समोर मला रागावली होती, माझे स्वत: ची प्रशंसा मनापासून त्याला धक्का बसला होता. दूसरी…
पुढे वाचा »बीबीसी आणि मीना कोतवाल: पत्रकार वांशिक छळ बहुजन मुलगी कथा, भाग -7
मैं और बीबीसी-7 मैं इतने तनाव में आ गई थी कि मेरा ऑफिस जाने का मन ही नहीं करता था. लक्षात नेहमी समान शो होता माझे अपघात की, मी असावे… फक्त योग्य प्रकारे कार्य करत आहे. जब मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ तो इन सब के…
पुढे वाचा »बीबीसी आणि मीना कोतवाल: पत्रकार वांशिक छळ बहुजन मुलगी कथा, भाग -6
मैं और बीबीसी-6 मॉर्निंग मीटिंग में ज़्यादातर चर्चा स्टोरी आइडिया को लेकर होती है. अधिकतर स्टोरी राजेश प्रियदर्शी सर ही अप्रूव करते थे, जो बीबीसी हिंदी के डिजिटल संपादक हैं और मीटिंग में अधिकतर समय मौजूद होते थे. मैं भी उस मीटिंग में स्टोरी आइडिया लेकर पहुंचती, लेकिन अधिकतर आइडिया…
पुढे वाचा »बीबीसी आणि मीना कोतवाल: पत्रकार वांशिक छळ बहुजन मुलगी कथा, भाग -5
मैं और बीबीसी-5 Meena Kotwal डेस्क पर काम करते हुए मुझे नौ महीने हो गए थे. कुछ लोगों का रवैया मेरे प्रति बदलने लगा था. मेरे पीछे से मेरा मज़ाक बनाया जाने लगा, मुझे उल्टा-सीधा कहा जाने लगा. मेरे प्रति कुछ लोगों की बेरुखी साफ़ दिखाई देने लगी थी. मी…
पुढे वाचा »बीबीसी आणि मीना कोतवाल: पत्रकार वांशिक छळ बहुजन मुलगी कथा, भाग -4
मैं और बीबीसी-4 Meena Kotwal “आप ही मीना हो?” “होय, क्यों क्या हुआ?” “नहीं कुछ नहीं, बस ऐसे ही.” “आपने इस तरह अचानक पूछा..? आप बताइए न किसी ने कुछ कहा क्या?” “कोणतीही, नहीं कुछ ख़ास नहीं.” (थोड़ी देर बात कर उन्हें विश्वास में लेने के बाद) “बताइए न मैं…
पुढे वाचा »सामाजिक क्रांतीचे जनक जोतीराव फुले यांच्या जयंती निमित्त शतकीय अभिवादन….
प्रकाशित करून- अकील रझा यांनी- डॉ. J D Chandrapal नाम ज्योति था मगर वे ज्वालामुखी थे | त्याचे जीवन चक्र प्रकाश, अंधारात विलीन होण्यासारखे प्रकाश होते .. पण त्याचे हृदय भडकले होते | इसीलिए उनका जीवनक्रम तो महत्वपूर्ण है ही मगर उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है उनके…
पुढे वाचा »2019 भाजपचा पराभव निश्चित आहे!
2019 भाजपचा पराभव निश्चित आहे. जनता भाजपा के फरेब से परिचित हो चुकी है. भाजपा को भी पता है कि लोग अब पहले की तरह बेवकूफ बनने वाले नहीं हैं. इसीलिए वह विकास का मुद्दा छोड़कर अपने मूल हथियार यानी साम्प्रदायिक राजनीति का प्रयोग करने के लिए माहौल…
पुढे वाचा »