केंद्र सरकार क्यों नहीं कराती जाति जनगणना ? जानिए हैरान करने वाला सच!
देश में जातिगत भेदभाव का पैमाना कहां है यह आप किसी भी सरकारी दफ्तर, कार्यलाय में देख सकते हैं लेकिन आरक्षण विरोधी ताकतों से बहुजन समाज की जरा सी भी तरक्की देखी नहीं जा रही है!
1931 के बाद भारत में सिर्फ एक बार जाति जनगणना हुई है। कर्नाटक सरकार के गृह मंत्रालय ने हाल ही में कराई है।
नतीजे –
कर्नाटक का सबसे बड़ा जाति समूह अनुसूचित जाति का है।
सबसे कम संख्या वाली जातियों में ब्राह्मण है। सिर्फ 2.1% आबादी है। लेकिन राजकाज, शिक्षा, मीडिया, न्यायपालिका हर जगह इन्होंने लगभग सारी जगह घेर रखी है।
आप समझ सकते हैं कि केंद्र सरकार जाति जनगणना को लेकर टालमटोल क्यों कर रही है।
-वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल की फेसबुक पेज से
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