गोरखपुर का BRD मेडिकल कॉलेज कैसे बना तहखाना ? जानकर रौंगटे खड़े हो जाएंगे
गोरखपुर। यूपी में बेहतर प्रशासन का ढ़िढोरा पीटने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ शायद जमीनी हकीकत से बेखबर है. अंदाजा लगाया सकते हैं जब सीएम के गृहजनपद का ही हाल बेहाल हो तो दूसरे जिलों में हालात क्या होगी।
गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कॉलेज इन दिनों अस्पताल नहीं बल्कि मौत का घर बन गया है, इलाज के लिए आए बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अगस्त का महीना खत्म भी नहीं हुआ कि एक बार फिर बीआरडी मेडिकल कॉलेज से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मेडिकल कॉलेज में बाल रोग विभाग में पिछले 72 घंटों में 60 बच्चों की मौत हो गई। इन बच्चों में 42 बच्चों की मौत पिछले 48 घंटो में हुई है। अस्पताल अधिकारियों के मुताबिक 27, 28 And 29 अगस्त को अस्पताल में 61 बच्चों की मौत हुई। ये बच्चे इंसेफलाइटिस के अलावा नवजात बच्चों को होने वाली न्यूमोनिया, सेप्सिस जैसी बीमारियों से पीड़ित थे।
past 11 अगस्त को इसी बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 70 मासूमों की मौत हो गई थी. जिसके बाद आरोप लगा था कि बच्चों की मौत आक्सीजन की कमी के चलते हुई है, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस आरोप से इनकार कर दिया था। इस मामले में कॉलेज के 7 डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है।
यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्था का क्या हाल है आप इन बड़ी घटनाओं से समझ सकते हैं। क्या मंजर होगी उस अस्पताल का जहां मां बाप अपने बच्चे का बीमारी से उबारने के लिए आते हैं औऱ लाचार व्यवस्था के चलते मासूम मौत के मुंह में चला जाता है. लेकिन राज्य सरकार को शायद इस बात से कोई फर्क नही पड़ता। एक ही महीने में और एक ही अस्पताल में इतनी भारी तादात में मासूमों की मौत होना अपने आप में सिस्टम की नाकामी बयां करने के लिए काफी है।
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