गोरखपुर में 30 बच्चे मरे नहीं, बल्कि उन्हें सिस्टम ने मार डाला !
गोरखपुर। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का 100 नंबर वार्ड मौत का कमरा बन चुका है. दरअसल इंसेफ़ेलाइटिस के मरीजों के लिए बनाया गया यह वार्ड इन दिनों दर्दनाक हादसों की वजह से सुर्खियों में बना हुआ है. Please tell गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के इस वॉर्ड में हर साल हज़ारों की संख्या में इंसेफ़ेलाइटिस के मरीज़ आते हैं और उनमें से कई मरीजों की मौत हो जाती है. इनमें से ज़्यादातर बच्चे होते हैं.
Please tell इंसेफ़ेलाइटिस बीमारी दरअसल दिमागी बुखार कहलाती है. गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में दिमागी बुखार की वजह से कई बच्चे अस्पताल में भर्ती थे. अस्पताल के 100 नंबर वार्ड में गुरुवार रात 11.30 बजे से ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई थी. जिसके बाद इसी वार्ड में 30 बच्चों ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया.
The, अस्पताल प्रशासन बच्चों की मौत के लिए ऑक्सीजन की कमी को वजह नहीं बता रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीज़ की मौत को भ्रामक बताया गया है.
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी का अस्पताल पर लगभग 69 लाख रुपये का बकाया था. पैसे ना मिलने पर कंपनी ने ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दी. जिसके बाद अस्पलाल में कोहराम मच गया था. लगभग 50 से ज्यादा बच्चे बेहोशी की हालत में थे. लेकिन डॉक्टर, नर्स स्टाफ कोई कुछ कहने की हालत में नहीं था. इसे पूरे मामले में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आ रही है.
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