जानें किस ने कहा बुलेट ट्रेन की ईंट भी नहीं रखने देंगे मुंबई में ?
मुंबई। मुंबई रेल ओवर ब्रिज की घटना दिल दहलाने वाली है. सुरेश प्रभु और पीयूष गोयल दोनों मुंबई से आते हैं. बावजूद इसके परेल-एलफिंस्टन स्टेशन के ओवर ब्रिज का काम अनदेखा रह जाता है. सुरेश प्रभु ने दूध पहुंचा कर, डाक्टर पहुंचा कर ट्वीटर पर वाहवाही तो खूब बटोरी मगर असल काम करने में ज़ीरो रहे. बहरहाल मुंबई जहां बुलेट ट्रेन चलाने की बात कही गई है. उसी मुंबई में रेलवे स्टेशन पर पुल पार करना तक सुरक्षित नहीं है.
बता दें कि परेल-एलफिंस्टन स्टेशन के पास बना यह पुल दशकों पुराना है. पिछले काफी समय से इस पुल पर बड़े हादसे होने की आशंका जताई जा रही थी. इसके लिए बकायदा रेल मंत्रालय को चेतावनी भी दी जा रही थी. ऐसे कई ट्वीट्स हैं जिनमें सुरेश प्रभु को टैग किया था और साथ ही रेल मंत्रालय को भी टैग किया गया. इस पुल को ठीक करने की मांग लगातार की जा रही थी लेकिन रेल मंत्री और रेल मंत्रालय के एक्शन न लिए जाने के कारण आखिरकार बड़ा हादसा हो ही गया. रेल मंत्री रहे सुरेश प्रभु और रेल मंत्रालय अगर शिव सेना के सांसद के लेटर और लोगों के सैकड़ों ट्वीट पर कुछ काम कर लेते तो शायद इतना बड़ा भयानक हादसा कतई नहीं होता.
बुलेट ट्रेन की ईंट नहीं रखने देंगे मुंबई में – राज ठाकरे
वहीं इस दौरान राज ठाकरे ने मुंबई हादसे को लेकर मोदी सरकार को बड़ी धमकी दी है. राज ठाकरे ने कहा है कि, ‘अगर लोकल रेलवे का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर नहीं किया गया तो वो मुंबई में बुलेट ट्रेन के लिए एक ईंट तक नहीं रखने देंगे’. राज ठाकरे मोदी सरकार के खिलाफ सख्त तेवर अपनाते हुए कहा कि मुंबई लोकल से जुड़े मुद्दों की लिस्ट 5 अक्टूबर तक रेलवे को सौंप दी जाएगी. साथ ही उन्हें डेडलाइन भी देंगे. अगर तय समय तक चीजे बेहतर नहीं हुईं तो हम देखेंगे कि क्या करना है. राज ठाकरे आगे कहते हैं, ‘बुलेट ट्रेन बनाने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है लेकिन उनके पास लोकल सेवा को सुधारने के लिए पैसे नहीं हैं. अब ये बर्दाश्त नहीं होगा’.
‘रेलवे है तो आतंकियों की क्या जरूरत”
‘राज ठाकरे ने यह भी कहा है कि, ‘हमें आतंकवादियों या पाकिस्तान जैसे दुश्मनों की जरूरत क्या है? ऐसा लगता है कि हमारी अपने रेलवे ही लोगों को मारने के लिए काफी है’.
गुजरात में बुलेट ट्रेन चलाएं PM मोदी
राज ठाकरे ने कहा है कि अगर मोदी बुलेट ट्रेन चलाना चाहते हैं, तो गुजरात में चलाएं मुंबई में नहीं. अगर वे लोग फोर्स का इस्तेमाल करेंगे तो हमें सोचना पड़ेगा कि क्या करना है.
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