देश के 21 राज्यों में मनाया गया मूलनिवासी दिवस.. युवाओं ने निकाली बाइक रैली
देश के अलग-अलग राज्यों में ९ अगस्त को बाइक रैली निकालकर मूलनिवासी दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के कई शहरों में जिला स्तर के कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। युवाओं ने अपनी मोटरसाइकिलों पर झण्डे लगाकर रैली निकाली।
देश के कई शहरों में मूलनिवासी दिवस पर विचार साझा कार्यक्रम भी रखे गए। इन कार्यक्रमों में कई विचारकों ने मूलनिवासियों के संबंध में अपने विचार साझा किए।
इस दौरान युवाओं ने अपने हाथों में तख्तियां बेनर लेकर भी प्रदर्शन किया। कई युवाओं ने अंबेडकर की मूर्ति के सामने एकत्रित होकर मूलनिवासी दिवस मनाया।
पूरे विश्व में ९ अगस्त का दिन मूलनिवासी दिवस के रुप में मनाया जाता है।विश्व मूलनिवासी दिवस देश के उन लोगों के हितों और अधिकारों की सुरक्षा के लिए मनाया जाता है जो इस देश के असली वासी है यानी की मूलनिवासी है।
भारत में तमाम जातियों और वर्णों में बंटे लोग रहते हैं. कहा जाता है कि इस देश के असली मूलनिवासी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग समेत आदिवासी भी है, जिसे बहुजन समाज भी कहते हैं, लेकिन ब्राह्मणवादी सरकारों ने बहुजन समाज को टुकड़ों में बांटने के लिए साजिश के तहत मूलनिवासी दिवस को आदिवासी दिवस बनाने की कोशिश की, जिससे की इनमें आपस में ही टकराव हो जाए और यह आपस में ही बंट जाए !
विज्ञान के अकाट्य प्रमाण DNA test जिसकी रिपोर्ट Times of India में 21 मई 2001 में छपी, जिसके अनुसार SC/ST/OBC और उससे धर्म परिवर्तित अल्पसंख्यक ही भारत के मूलनिवासी है, और ब्राह्मण, क्षञिय, वैश्य यह विदेशी युरेशियन नस्ल के हैं, मतलब विदेशी हैं।
आपको बता दें कि देशभर में किए गए प्रदर्शनों और कार्यक्रमों को मूलनिवासी संघ के द्वारा आयोजित किया गया था। इस मौके पर मूलनिवासी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमराज पटेल ने मूलनिवासी संघ के कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किया। देशभर में युवाओं ने मूलनिवासी दिवस के मौके पर बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
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