प्रद्ययुम्न हत्याकांड: सीसीटीवी फुटेज से मिले दिल दहला देने वाले सुराग
गुरुग्राम। प्रद्ययुम्न हत्याकांड में हर रोज दिमाग की नशों में दर्द पैदा करने वाले सुराग सामने आ रहे हैं, एक मासूम बच्चे का कत्ल क्यों किया इसका पता लगाने में अब तक सरकार और सिस्टम नाकाम है. मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम को प्रदूयमन हत्याकांड में बड़ा सुराग हाथ लगा है.
जिस टॉयलेट के बाहर सीसीटीबी बंद होने की बात कही जा रही थी अब उसी सीसीटीवी फुटेज से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है. बताया जा रहा है कि प्रद्युम्न किसी जंबाज सैनिक की तरह अपना कटा हुआ गला थामकर रेंगता हुआ बाहर आ रहा था.
प्रद्युम्न की मां का शक निकला सही
प्रद्युम्न की हत्या मामले में आखिरकार मां ज्योति ठाकुर का शक सही निकला। स्कूल प्रबंधन और पुलिस के तमाम दावों के बीच प्रद्युम्न की मां लगातार इस बात पर अडिग रही कि मेरे बाबू को अशोक ने नहीं मारा है। इसके पीछे जरूर कोई बड़ी चाल है।
एसआइटी की रिपोर्ट में खुलासा
एसआइटी की रिपोर्ट में दावा किया गया है जघन्य हत्या के मामले में किसी एक अन्य शख्स की भी भूमिका संभावित है, जो इस वारदात को अंजाम देने के बाद जो शौचालय की टूटी खिड़की के रास्ते से भाग गया।
छात्र की मां ज्योति ठाकुर ने कहा था कि उसके बेटे की दो आंखे उसकी दुश्मन बन गई। उसने किसी टीचर या अन्य किसी को गलत देख लिया तो उसने बेटे का मरवा दिया।
बस चालक ने खुलकर दिया बयान
वहीं बस चालक सौरभ राघव ने पहली बार खुलकर कहा कि उसे पुलिस ने उसे टार्चर कर जबरन बयान दिलवाया कि बस के टूल किट में चाकू था। किट में चाकू था ही नही। कौन सही कौन गलत पर पुलिस को तो चाकू का राज खोलना ही पड़ेगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
पोस्टमार्टम करने वाले बोर्ड के सदस्य डॉ. दीपक माथुर का कहना है कि पहली बार में जब गले के ऊपर वार किया जाता है तो चीख निकलती है। दूसरी बार में गले की नली कट जाती है जिससे आवाज नहीं निकलती है। इस वजह से प्रद्युम्न बाथरूम से बाहर तड़पता हुआ आया लेकिन उसकी आवाज नहीं निकली। डॉ. माथुर ने प्रद्युम्न के साथ दुष्कर्म होने की बात से इन्कार किया है।
प्रद्युम्न के पिता ने सिस्टम को बताया फेल
प्रद्युम्न ठाकुर के घर पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी बाद में राज्यसभा सांसद शरद यादव पहुंचे। दोनों नेताओं ने मासूम प्रद्युम्न के पिता वरुण चंद ठाकुर को सांत्वना दी। बातों की बातों में बेटे की मौत से आहत वरुण ने नेताओं को सिस्टम का आइना दिखा दिया। उन्होंने कहा कह नामी स्कूल के पीछे कोई नेता है। शायद ही बात है कि स्कूलों की मनमानी रोकने में प्रशासनिक सिस्टम फेल है।
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