बच्चे पढ़ाई पर ध्यान दें, बड़े मुद्दे बड़ों पर ही छोड़ देंः
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को शांति और हिंसा में किसी एक का चुनाव करना होगा। उन्होंने राज्य के युवाओं से शिक्षा पर ध्यान देने की अपील करते हुए कहा कि वे बड़े मुद्दे बड़ों पर छोड़ दें।
उन्होंने कहा, ‘लोगों को फैसला लेना होगा, उन्हें यह सोचने की जरूरत है कि वे क्या चाहते हैं और कैसे चाहते हैं। क्या वे पथराव कर, उमर फयाज जैसे उज्ज्वल बच्चों, बैंककर्मी या पुलिस में काम करने वाले युवाओं की हत्या कर या बैंक लूट कर यह चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि लोग शांति-प्रिय हैं और वे भाईचारा चाहते हैं और कश्मीरियत और सभी धर्म के साथ सह-अस्तित्व की सीख को नहीं भूलेंगे।’ मुख्यमंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र अनंतनाग में एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से ये बातें कहीं।
घाटी में छात्रों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन बच्चों को शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए और बड़े मसले बड़ों पर छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘ये भी हमारे बच्चे हैं चाहे वे स्कूल में पढ़ रहे हो या नहीं। मुझे लगता है कि हमारे बच्चे बुद्धिमान हैं और मैंने इसे बार-बार कहा है कि हमारे बच्चे जहां भी गए हों चाहे वह खेल हो या, केएएस या आईएएस परीक्षा या देश के किसी भी हिस्से में गए हों, उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।’ महबूबा ने कहा, ‘लेकिन दुर्भाग्यवश किसी ने उनकी बुद्धिमत्ता, कश्मीरी जनता और उनकी खूबसूरत घाटी पर बुरी नजर लगा दी है।’
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