बाढ़ से बेहाल बिहार, अबतक 253 लोगों की मौत
पटना। बिहार में बाढ़ के चलते अब तक 253 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ से बिहार की करीब सवा करोड़ आबादी प्रभावित है और कुल 18 ज़िले इस समय बाढ़ की चपेट में हैं. सरकार और प्रशासन के तरफ से मदद के सारे दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं. आलम यह है कि प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ प्रभावित गांव में जाने के बजाए अपने दफ्तर से ही बैठे-बैठे हालात पर काबू पाने का दावा कर रहे हैं. जबकि बाढ़ प्रभावित इलाके की जमीनी हकीकत भयानक है. कई गांव तो ऐसे हैं जहां प्रशासन पहुंचा ही नहीं है. राहत देना तो दूर की बात.
18 जिलों में हालात बेहद खराब
बता दें कि इस समय लगभग आधा बिहार बाढ़ की चपेट में है. किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, समस्तीपुर, गोपालगंज, सारण, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं. बाढ़ से 18 जिलों के हालात बेहद खराब हैं. बाढ़ का पानी गली मोहल्लों में भर चुका है. शहरों में पहली बार बाढ़ की भयानक स्थिति बनी है. पता नहीं चल रहा कि सड़क कहां है और नदी कहां. चारों तरफ है तो सिर्फ पानी ही पानी है. वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग सरकार और प्रशासन से जल्द से जल्द मदद पहुंचाने की मांग कर रहे हैं.
बिहार में अबतक 253 लोगों की मौत
आपदा प्रबंधन विभाग की के मुताबिक सबसे अधिक 57 मौतें अररिया जिले में हुई हैं. इसके साथ ही सीतामढ़ी में 31, कटिहार में 23, पश्चिमी चंपारण में 29, पूर्वी चंपारण में 19, किशनगंज में 11, दरभंगा में 10, पूर्णिया में 9, गोपालगंज में 8, मुजफ़्फ़रपुर और सहरसा में 4-4, खगड़िया में 3 और सारण में 2 लोगों की मौत हुई है.
Remembering Maulana Azad and his death anniversary
Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…