Home Social बीजेपी नेता की गाड़ी से हो रही थी गोमांस की तस्करी, पुलिस ने रंगे हाथ किया गिरफ्तार
Social - State - Uttar Pradesh & Uttarakhand - August 25, 2017

बीजेपी नेता की गाड़ी से हो रही थी गोमांस की तस्करी, पुलिस ने रंगे हाथ किया गिरफ्तार

बीजेपी पार्टी सबसे ज्यादा गोरक्षा की पैरवीं करती है, यहां तक की बीजेपी के गुंडे और तथाकथित गोरक्षक गाय की रक्षा के नाम पर किसी की जान लेने में भी गुरेज नहीं करते। बीतें दिनों देश भर से ऐसी तमाम खबरें सामने आई थी। यूपी में तो बीजेपी की सरकार बनते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो गौमांस पर पूरी तरह बैन लगा दिया। लेकिन ताजा मामला ने बीजेपी पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।

 

दरअसल जालौन के कौंच कोतवाली में एक मुखबिर की सूचना पर प्रतिबंध गौमांस लादते दो लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन तीन आरोपी फरार हो गए। जिस स्कॉर्पियो में ये मांस लाद रहे थे उस पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था। ये लोग खेत के पास मांस लाद रहे थे। कोंच कोतवाल सत्यदेव सिंह ने मुखबिर की सूचना पर छापेमारी कर दो लोगों को दबोच लिया लेकिन तीन भाग निकले। मौके से पशु काटने वाले औजार भी बरामद किए गए।

 

खबरों के मुताबिक स्कॉर्पियो में करीब दो क्विंटल मांस लदा था जबकि करीब 50 किलो मांस बोरी में नीचे पड़ा था। पकड़े गए लोगों के नाम शहबाज पुत्र लल्लू, नूरसफी पुत्र हनीफ बताए गए हैं। वहीं जिस गाड़ी में मांस ले जाया जा रहा था वह जालौन के हरिपुरा निवासी विकास श्रीवास्तव की है।

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विकास श्रीवास्तव के चाचा डब्बू श्रीवास्तव भाजपा के सभासद रह चुके हैं। वह मौहल्ला चौधरायन से सभासद थे। छह साल पहले उनका निधन हो चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि गाड़ी को छुड़ाने के लिए पुलिस के पास कई भाजपा नेताओं के फोन भी आए। इसके चलते आनन फानन में गाड़ी से भाजपा का झंडा हटा दिया गया लेकिन नंबर प्लेट पर बना झंडा नहीं हट पाया। मामला मीडिया तक पहुंचने के कारण पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर गाड़ी सीज कर दी।

 

सीओ रुक्मणि ने बताया कि कोंच से मांस की तस्करी मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों में की जाती थी। ये गोरखधंधा करीब तीन साल से चल रहा था। पकड़े गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। गाड़ी मालिक का मांस तस्करी से संबंध तस्करी से है या नहीं, जल्द ही यह साफ हो जाएगा।

 

पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये गोरखधंधा करीब तीन साल से चल रहा था. स्कॉर्पियो के मालिक विकास श्रीवास्तव का कहना है कि शाहबाज मेरी गाड़ी चलाता था. वह अपनी बहन की ससुराल जाने की बात कहकर गाड़ी ले गया था. उसने दो तीन दिन में वापस आने की बात कही थी.

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