मठ चलाना और सरकार चलाना दो अलग-अलग चीज़े हैं !
By Sayed Shaad
गोरखपुर। अगले साल फिर अगस्त आएगा. बच्चे फिर मरेंगे. इसलिए अब वो वक्त आ गया है कि गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर बाबा राघवदास श्मशान घाट रख दिया जाए. ये अस्पताल पिछले 6 दिनों में 60 से ज्यादा बच्चों को निगल चुका है. पांच दिनों में 60 और दो दिनों में 36 बच्चों की मौत का ये आंकड़ा सरकारी है. सरकारी आंकड़ा तो आप खूब जानते ही हैं कि वो भी आखिर सरकारी ही होता है.
बहरहाल योगी सरकार की प्राथिमकता अस्पताल से पहले मदरसा है. जी हां योगी सरकार का फरमान आया है कि 15 अगस्त के रोज मदरसों में वीडियोग्राफी हो. दरअसल 15 अगस्त को वीडियोग्राफी कर मदरसों पर नजर रखी जाएगी. इसका मतलब ये है कि योगी सरकार वीडियोग्राफी के जरिए मदरसों की देशभक्ति का टेस्ट करेगी. यहां पर बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या योगी सरकार की प्राथिमकता मदरसों में वीडियोग्राफी करा के मदरसों की देशभक्ति का टेस्ट करना रह गया है. क्या योगी सरकार के लिए अस्पताल से ज्यादा अहम सूबे में मदरसे हो गए हैं. पिछले 48 घंटों में बीआरडी अस्पताल में 36 बच्चे अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से अपनी जान गंवा बैठे. योगी सरकार के लिए ये अहमियत नहीं रखता है. योगी सरकार के लिए ये अहमियत रखता है कि 15 अगस्त के रोज मदरसों में तिरंगा फहराया जाए. राष्ट्रगान गाया जाए. और इसकी वीडियोग्राफी करा कर अपनी देशभक्ति का सबूत सरकार के सामने पेश किया जाए.
Remembering Maulana Azad and his death anniversary
Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…