Home State Delhi-NCR रेपिस्ट बाबा और मोदी के बीच रिश्ते का पत्रकार ने किया बड़ा खुलासा
Delhi-NCR - Social - State - August 25, 2017

रेपिस्ट बाबा और मोदी के बीच रिश्ते का पत्रकार ने किया बड़ा खुलासा

नई दिल्ली। बाबा राम रहीम को पंचकुला की स्पेशल कोर्ट ने रेप के मामले में दोषी क़रार दिया है. अदालत बाबा राम रहीम को इस मामले में 28 अगस्त को सजा सुनाएगी. कोर्ट के भीतर ही राम रहीम को हिरासत में ले लिया गया है. वहीं इस फैसले के बाद डेरा समर्थकों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया है. डेरा समर्थकों ने एनडीटीवी और आजतक टीवी चैनल के ओबी वैन पर हमला किया है. साथ ही एनडीटीवी के ओबी वैन के इंजीनियर को जख्मी भी कर दिया है. राम रहीम को दोषी करार देते ही उनके समर्थक बेकाबू हो गए हैं. तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे हैं.

बहरहाल सोशल मीडिया में इस वक्त #रामरहीमसिंह ट्रेंड कर रहा है. सोशल मीडिया पर कई लोग हैं जो इस पर अपनी राय रख रहे हैं.

वहीं वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल अपने फेसबुक पन्ने पर लिखते हैं ‘’यह डेरों की सफलता नहीं, आंबेडकरवादी-समाजवादी- समतावादी राजनीति की असफलता है. हरियाणा, पंजाब और साथ लगे राजस्थान का हिस्सा सामाजिक आंदोलनों की दृष्टि से बंजर साबित हुआ है. यह देश में अनुसूचित जाति की सबसे सघन आबादी वाला इलाक़ा है। हर तीसरा आदमी SC है. यहां समाजवादी आंदोलन कभी नहीं पनप सका. मंडलवादी-समतावादी राजनीति से भी यह इलाक़ा अछूता रहा. बीएसपी का यहां का उभार भी क्षणिक साबित हुआ. बाक़ी का आंबेडकरवादी आंदोलन भी सीमित ही रहा. ऐसे में जनता के पास कोई सपना नहीं बचा. कोई भी नहीं था जो बेहतर समाज का सपना दिखाए. इसी शून्य में नीचे की जातियां डेरों की शरण में चली गई. यहां का भाग्यवाद उन्हें सुकून देता है. साथ बैठकर प्रवचन सुनना ही इनका एंपावरमेंट है. कोई ब्राह्मण तो डेरों में जाता नहीं है. उनका तो अपना मंदिर है. डेरा नीची की जातियों के लोगों के लिए हैं. हालांकि कोई भी बाबा नीचे की जातियों का नहीं है. ये बाबा चुनाव के समय जनता को इस या उस पार्टी को बेच देते है. जनता के पास विकल्प क्या था? जिसने विकल्प दिया, लोग उसके पास चले गए. आंबेडकरवादियों ने ज़मीन ख़ाली कर दी, बाबाओं ने पकड़ ली. जनता के पास आंबेडकरवादी विकल्प था कहाँ? इसलिए डेरा भक्तों को दोष मत दीजिए. यह समाजवादी-आंबेडकरवादी राजनीति की असफलता का साइड इफ़ेक्ट है. समाजवादी-आंबेडकरवादी सपनों के बिना समाज का डेरा बन जाता है. वहां ऐसे लोग राज करते हैं.”

दिलीप मंडल अपने एक दूसरे फेसबुक पोस्ट में लिखते हैं “नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के ब्रैंड एंबेसेडर और NDA समर्थक राम रहीम से टकराना जानलेवा हो सकता है.”

दिलीप मंडल अपने एक और फेसबुक पोस्ट में लिखते हैं “देश का नसीब फूट गया है. मतलब ये आदमी हमारा प्रधानमंत्री है. हद है यार!”

दिलीप मंडल अपने फेसबुक पोस्ट में लिखते हैं “नरेंद्र मोदी जी “राम रहीम जी” बोलते हैं. मैं भी राम रहीम जी बोलूँगा. इज़्ज़त करनी चाहिए.”

 

 

 

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