शरद समर्थकों पर बिहार पुलिस की एकतरफा कार्रवाई, अबतक 15 शरद समर्थक गिरफ्तार
पटना। पटना के कृष्ण मेमोरियल हाल में “सांझी विरासत बचाओ” सम्मेलन में शरद यादव और अली अनवर अंसारी ने शिरकत की थी. लेकिन कार्यक्रम वाली रात बहुजन चौपाल के आईआईटी रुड़की के छात्र सुनील यादव को पटना पुलिस ने जबरन उठा लिया. साथ ही संतोष यादव समेत बहुजन चौपाल से जुड़े दीगर लोगों पर पुलिस दबिश डाल रही है.
वहीं जेएनयू के शोध छात्र अमित कुमार ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. अमित कुमार अपने फेसबुक पन्ने पर लिखते हैं “अभी अभी पटना से खबर मिली है की शरद यादव और अली अनवर अंसारी जी के पटना वाले कार्यक्रम के आयोजक बहुजन चौपाल के साथी आईआईटी रुड़की के छात्र सुनील यादव को पटना पुलिस ने जबरन उठा लिया है, संतोष यादव सहित कई आयोजक साथी को पुलिस दबिश कर रही है, नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ मिले जनादेश का सौदेबाजी कर बिहार को पुराने युग में ले जा रहे है, सामंती युग में जिस तरह पुलिसिया डंडे और उत्पीड़न का शिकार हमेशा बहुजन होता था अब फिर नितीश कुमार बिहार में पुलिसिया आतंक कायम करना चाहते हैं.”
वहीं अमित कुमार एक दूसरी पोस्ट में लिखते हैं “बिहार बढ़ता अघोषित आपातकाल की तरफ, छात्र राजद बिहार के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को पटना पुलिस ने रात को 2:00 बजे गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है, उधर बहुजन चौपाल के एक और साथी मारुती यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, यह बहुत ही निंदनीय घटना है, पुलिस के माधयम से विपक्ष की आवाज को दबाना लोकतंत्र का मखौल उड़ाना है,राजतंत्र नहीं है नीतीश जी फिर चुनाव होगा 2019 में आप कहा रहेंगे वो जनता ही तय कर ही देगी, उसका भी ख्याल रखिये.”
वहीं डॉ श्रीनारायण लिखते हैं “जेडयू के 20 विधायक आप को आप ही के अंदाज में सबक सीखाने के लिए तैयार बैठे हैं. आपकी बौखलाहट का यही असली राज है. आप बिहार के दलितों-पिछड़ों के रडार पर आ गये हैं. अब आपको भाजपा का तथाकथित भगवान भी नहीं बचा सकता जिसके चरणों में आप सिजदा और पैबोस कर रहें हैं. गरीबों की आह से कोई नहीं बचा हैं, अब आपका पतन तय है, अगर कुछ हिम्मत बची है तो भंग कीजिए विधानसभा, आइए चुनावी जंग में, जनता आपको सबक सिखा देगी. और बहुजन चौपाल के क्रांतिकारी नेताओं को बारूद की ढेर पर बैठकर न छेड़िए वो एक ऐसी चिंगारी हैं, जिससे आपकी धोखेबाजी से हासिल हुकूमत के परखच्चे उड़ जाएंगे.
बता दें कि नीतीश कुमार के समर्थकों और शरद यादव के समथकों के बीच झड़प हुई थी. जिसके बाद बिहार पुलास एकतरफा कार्रवाई करते हुए सिर्फ शरद यादव के समर्थकों की गिरफ्तारी कर रही है. शरद यादव के समर्थकों को पुलिस ने महज गिरफ्तार ही नहीं कर रही बल्कि उनके साथ मार-पिटाई भी की जा रही है. इस झड़प में सिर्फ शरद यादव के समर्थको को ही गिरफ्तार किया गया है जबकि आप इन तस्वीरों में साफ देख सकते हैं कि किस तरह से नीतीश कुमार के समर्थक शरद यादव के समर्थकों को पीट रहे हैं.
Remembering Maulana Azad and his death anniversary
Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…