सात साल पहले बने अस्पताल का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, जमकर हो रही किरकिरी
नई दिल्ली। विपक्ष बीजेपी सरकार पर आरोप लगाता रहा है कि जब से सत्ता संभाली है कोई विकास, कोई नया काम नहीं किया है सिर्फ पिछली सरकार के वक्त बने प्रोजेक्टों पर ही काम करके वाह-वाही लूटने की कोशिश में लगी है. लेकिन कई बार इन कामों की पोल खुल जाती है। फिर सरकार की जमकर किरकिरी होती है. दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान यानी एआईआईए का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। जिसके बाद पता लगा कि पिछले सात साल पहले से बने अस्पताल का पीएम मोदी ने शुभारंभ किया।
इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर अपने भाषण में आजादी के बाद भारतीय विरासत से मुंह मोड़ लेने के लिए कांग्रेस पर हमले भी किए और चेतावनी भी दी। पीएम ने कहा ‘जो देश अपनी विरासत को भूल जाते हैं वे अपनी पहचान खो देते हैं।’
पीएमओ के एक ट्वीट में बड़े गर्व के साथ एआईआईए को आयुर्वेद का पहला अखिल भारतीय ‘संस्थान’ बताया है।
लेकिन, रिकॉर्ड बताते हैं कि एआईआईए का उद्गाटन 2010 में तत्कालीन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री एस गांधीसेल्वन ने किया था। गांधीसेल्वन डीएमके (द्रविड़ मुनेत्र कझगम) के नेता है, और मई 2009 से मार्च 2013 तक यूपीए सरकार में राज्य मंत्री थे।
प्रधानमंत्री ने एआईआईए का उद्गाटन फिर से क्यों किया? यह पूछने पर बीजेपी प्रवक्ता बिजय सोनकर शास्त्री ने कहा, “आप समझ सकते हैं कि यूपीए ने किस तरह से काम किया था कि हमें फिर से इसका उद्गाटन करना पड़ा।” बीजेपी प्रवक्ता के द्वारा बोले इन शब्दों का मतलब साफ तौर पर इस बात को स्वीकार करना है कि सच में यह अस्पताल सात साल पहले खोला गया था।
Remembering Maulana Azad and his death anniversary
Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…