हरियाणा हिंसा पर CM खट्टर ने इस्तीफे को लेकर ये क्या कह दिया ?
नई दिल्ली। सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ बलात्कार का एक आरोपी अदालत में पेश होने के लिए निकला. हरियाणा सरकार की पुलिस ने सैकड़ों गाड़ियों को सिरसा से पंचकुला तक जाने दिया. साथ ही पंचकुला में लाखों की तादाद में समर्थकों को जमा होने दिया. सीबीआई कोर्ट के फैसले के बाद जो हुआ वह सबके सामने है. थाने, सरकारी दफ्तर और गाड़ियां फूंक दी गई. यहां तक की मीडिया की भी गाड़ियां फूंक दी गई. पंचकुला में जैसे जंगलराज सा पसर गया. जिस खट्टर के ऊपर हालात को काबू में रखने की जिम्मेदारी थी वो शांति बनाये रखने के लिए गिड़गिड़ाते दिखाई दिए.
इस पूरे घटनाक्रम ने सीएम खट्टर के नेतृत्व पर सवालिया निशान जरूर खड़ा कर दिया. न तो खट्टर हालात को भांप सके और न ही हिंसा को रोक सके. खट्टर ने खुद माना कि प्रशासन से चूक हुई है. लेकिन वह भूल गए कि प्रशासन के मुखिया वह खुद हैं. वहीं इस दौरान हरियाणा में भड़की हिंसा को लेकर मनोहर लाल खट्टर पर सवाल उठाए गए थे कि उन्होंने जानबूझकर सख्त कदम नहीं उठाया. वहीं विपक्ष की ओर से भी खट्टर के इस्तीफे की मांग लगातार उठाई गई.
बहरहाल हरियाणा में भड़की हिंसा और इस्तीफे देने की बात को लेकर मनोहर लाल खट्टर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा सौंपने से इंकार कर दिया है. दरअसल मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए खट्टर ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है. इस्तीफा मांगे जाने के सवाल पर सीएम खट्टर ने कहा कि जो मांगता है वो मांगता रहे, हमने अपना काम अच्छी तरह से किया था. खट्टर ने मीडिया से ये भी कहा कि पूरे हरियाणा में शांति है. हमने पूरे मामले की रिपोर्ट अमित शाह को सौंप दी है.
गौरतलब है कि बाबा राम रहीम को बलात्कार के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से भड़की हिंसा में 36 लोगों की मौत हो गई थी. राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के तुरंत बाद ही बाबा के समर्थक उग्र हो गए और हरियाणा में उन्होंने जमकर बवाल काटा था.
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