बहुजन महिला को भागवत गीता में जाने से रोका, पूजा का सामान फेंक किया बेइज्जत
कानपुर। उत्तर प्रदेश कानपुर देहात रसूलाबाद में नारखुर्द गांव से हैरान करने वाली खबर सामने आई। कानपुर जिले में अनुसूचित वर्ग की महिला को मंदिर में घुसने नहीं दिया गया। महिला भागवत पंडाल में आरती के लिए व पूजा करने के लिए मंदिर पहुंची थी। लेकिन पुजारी ने उसे मंदिर परिसर के बाहर निकाल दिया। बहुजन महिला का आरोप है कि पुजारी ने न केवल उसका पूजा का सामान फेंका। बल्कि उसे बुरी तरह अपमानित किया था। पीड़ित महिला ने मंदिर में जाने से रोके जाने को लेकर सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। कहा कि आज जो स्थिति बहुजन महिलाओं को झेलनी पड़ रही है, वह सिर्फ और सिर्फ सरकार के कारण बनी हुई है। महिला ने इस संबंध में स्थानीय पुलिस को शिकायत दी है। जानकारी होने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच-पड़ताल कर रही है।
बहुजन दम्पति ने मीडिया को बताया कि मुकदमें के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. अगर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी तो वे इस्लाम कुबूल कर लेंगे. जब आरोपी उन्हें हिन्दू समाज का मानते ही नहीं हैं तो इस्लाम को अपना लेना बेहतर है. बहरहाल, पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि बहुजन महिला को आरती में जाने से रोकने के आरोप की जांच की जा रही है.
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