भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष कमल वालिया के भाई की गोली मारकर हत्या, तनावपूर्ण बनें हालात
By: Sushil Kumar
नई दिल्ली। सहारनपुर में साल 2017 में आज ही के दिन महाराणा प्रताप की जयंती के दिन हिंसा भड़की थी। उसके ठीक एक साल बाद आज यानी कि 9 मई को भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. कहा जा रहा है कि हत्यारे कमल वालिया को मारना चाहते थे लेकिन सचिन और कमल वालिया के चेहरे मिलने के कारण सचिन मारा गया। सचिन की हत्या से पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है जिसको देखते हुए भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि सचिन गांव में ही दुकान के बाहर खड़ा था जहां तथाकतिथ ठाकुर वर्ग के लोगों ने उस पर गोली चलाई। जख्मी हालत में जब सचिन को जिला अस्पताल ले जाया गया तो वहां पर उसकी मौत हो गयी। मौत की खबर मिलते ही भीमआर्मी के तमाम कार्यकर्ता अस्पताल पहुंच गए, जिसके बाद अस्पताल के बाहर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने का भी विरोध किया। जिसके बाद पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा। परिजनों का आरोप है कि सचिन को प्रशासन ने मरवाया है।
एक तरफ जहां भीमाआर्मी के चीफ चंद्रशेखर की रिहाई को लेकर बहुजन समाज और भीमआर्मी पुरजोर कोशिश में लगे थे तो वहीं दूसरी तरफ कमल वालिया के भाई की हत्या से एक बार फिर बहुजन समाज में भंयकर आक्रोश है। परिजनों का रो-रोक बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि महाराणा प्रताप जंयती को लेकर हंगामे की आशंका के देखते हुए उन्होंने प्रशासन से अनुमति नहीं दिए जाने की मांग की थी लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति दे दी। सचिन के भाई कमल वालिया का आरोप है कि उसकी गोली मारकर हत्या की गई है।
जानकारी के मुताबिक महाराणा प्रताप जंयती को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट था, महाराणा प्रताप भवन पर 800 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, 200 लोगों को जंयती मनाने की प्रशासन ने अनुमति दी थी। सवाल यह है कि एक इतनी भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में कैसे बहुजन युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई?
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