आपल्या पक्षाच्या भीम लष्करप्रमुख चंद्रशेखर घोषणा, दिल्ली निवडणूक लढा
भीम आर्मी चीफ रावण चंद्रशेखर आजाद ने अब पूरी तरह से राजनीति में उतरकर चुनाव लड़ने का फैसला ले लिया है. जल्द ही वो अपनी पार्टी के नाम का एलान करने वाले हैं. अभी तक भीम आर्मी बीएसपी को राजनीतिक विकल्प के तौर पर समर्थन देती थी लेकिन नागरिकता संशोधन बिल पर बीएसपी पार्टी के रुख से आहत होकर चंद्रशेखर ने अपने खुद के राजनीतिक दल का एलान किया है. उन्होंने बताया कि वह आगामी दिल्ली विधानसभा में अपने उम्मीदवार उतारेंगे. इसके बाद यूपी में पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में चंद्रशेखर की पार्टी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
वही चंद्रशेखर के सहयोगी कुश ने दिप्रिंट को बताया कि पार्टी के नाम का ऐलान कुछ दिनों के भीतर ही हो जाएगा. यूपी में ये पार्टी पहले पंचायत चुनाव में उतरेगी. यानंतर 2022 विधानसभा चुनाव लड़ेगी. चंद्रशेखर खुद चुनाव लड़ेंगे या नहीं इस पर बाद में फैसला होगा. फिलहाल लखनऊ में पार्टी का जल्द ही कार्यालय खोला जाएगा. क्योंकि यूपी में भीम आर्मी की मजबूत पकड़ है. ऐसे में पार्टी का यूपी पर विशेष फोकस रहेगा.
वही चंद्रशेखर ने ट्विटर पर इसका ऐलान करते हुए लिखा –'मैं
चन्द्रशेखर आज़ाद बहुजन समाज को आज नए राजनीतिक विकल्प देने की घोषणा करता हूं और
समाज के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले ईमानदार,संघर्षशील और
मिशनरी युवाओं से अपील करता हूं की आकर नेतृत्व संभाले. अब दौलत वाला नही,काम करने वाला
नेता बनेगा.जय भीम.' चद्रशेखर का ये ऐलान नागरिकता संशोधन बिल पर बसपा का रुख देखने
के बाद आया है.
साथ ही उन्होनें दूसरे ट्वीट कर लिखा -जब संसद में संविधान की
हत्या हो रही थी उस वक्त बसपा के दो राज्यसभा सांसद संविधान बचाने की लड़ाई छोड़कर
भाग गए और बीजेपी को फायदा पहुंचाया. ऐसा करके उन्होंने बाबा साहेब,माननीय
कांशीराम जी और पूरे बहुजन समाज के साथ छल किया है.इससे पहले भी गैर संवैधानिक
आर्थिक आधार पर आरक्षण,प्रवाह 370 पर समर्थन देकर बहन मायावती जी ने भाजपा को फायदा पहुंचाया.ऐसा
करके आपने बहुजन समाज के अभिन्न अंग मुस्लिम समाज को असुरक्षित महसूस करवाया और
बहुजन राजनीति को कमजोर किया.चंद्रशेखर ने पार्टी के नाम के लिए सोशल मीडिया पर
सुझाव भी मांगा है.
जैसा कि आप सभी को पता है कि चंद्रशेखर ने कैब और एनआरसी का विरोध किया था और कहा था कि कैब और एनआरसी देश के संविधान को ख़त्म करने की साज़िश है. इस देश के दलित,मागे, मागे, मुस्लिम यहां के मूलनिवासी है. जो बाहर से आए हैं वो आर्यन है उनका डीएनए टेस्ट हो और उन्हें पहले एनआरसी के दायरे में लाया जाए. देश के बहुजन संविधान की सुरक्षा व देश के सबसे बड़े आंदोलन के लिए कमर कस ले.
बहरहाल चंद्रशेखर के मुताबिक ‘नई पार्टी में आंबेडकरवादी युवाओं को आगे बढ़ने का मौका देंगे. युवाओं के नेतृत्व विकसित करेंगे.बहुजन समाज के काफी नौजवान लंबे वक्त से जेल काट रहे हैं. वे समाज के सच्चे हितेषी हैं. चंद्रशेखर कांशीराम का एक वोट एक नोट वाले फॉर्मूले पर पार्टी को खड़ा करेंगे.
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