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Culture - Hindi - INDIA CHINA - Political - World Affairs - June 23, 2020

चीन और भारत के बीच हुए खूनी संघर्ष का पूरा सच !

लद्दाख की गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच हुए खूनी संघर्ष में जवान सुरेंद्र सिंह घायल हो गए थे। उनका इलाज लद्दाख के सैनिक हॉस्पिटल में चल रहा है, जहां उन्हें 12 घंटे बाद होश आया। इसके बाद उन्होंने गलवान घाटी में हुए पूरे घटना क्रम के बारे में बताया। साथ ही पहली बार किसी घायल ने चीन के पूरे षडयंत्र की दास्तान भी बयां की है।

फौजी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि चीनी सैनिकों ने धोखे से गलवान घाटी से निकलने वाली नदी पर अचानक भारतीय सैनिकों पर हमला कर दिया। करीब 4 से 5 घंटे तक नदी में ही सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष चलता रहा। उस वक्त भारत के करीब 2 से ढाई सौ जवान मौजूद थे। जबकि चीन के 1000 से अधिक जवान थे।


जाबांज सुरेंद्र सिंह राजस्थान के अलवर जिले के नौगांवा ग्राम के रहने वाले हैं। घटना की सूचना के बाद से परिजन चिंतित हैं। लेकिन लद्दाख के अस्पताल में भर्ती सुरेंद्र सिंह से फोन पर परिजनों की बात होने के बाद उन्हें ढांढस बंधा है। परिजन ईश्वर से सभी घायल जवानों के लिए शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। घायल जवान सुरेंद्र सिंह की पत्नी, बच्चों के साथ अलवर के सूर्य नगर नई बस्ती में रहती हैं। जबकि घायल जवान के माता पिता और भाई का परिवार गांव में रहता है


फौजी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि भारतीय सैनिक किसी भी दुश्मन देश के सैनिकों से निपटने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। सैनिक सुरेंद्र सिंह के पिता बलवंत सिंह ने बताया कि बुधवार को दोपहर में फोन आया था तो उन्होंने बस इतना ही बताया गया कि झगड़े में उनके बेटे के सिर में चोट लगी है और अब वह पूरी तरह से ठीक है। लेकिन उनकी तबीयत को लेकर परिवार जन चिंतित भी हैं और भगवान से दुआ कर रहे हैं कि बेटे सहित अन्य जो सैनिक वहां घायल हुए हैं भगवान उनको शीघ्र स्वस्थ करें।

वही दूसरी तरफ देश में कोरोना के 4 लाख से अधिक केस हो चुके हैं, 13000 से अधिक मारे गए हैं। लेकिन देश में ऐसा माहौल बन गया है कि जैसे लह रहा कोरोना नाम की कोई चीज होती ही नही है। आख़िर कोई कब तक गिनेगा। शुरू के दिनों में 100 केस आने पर रग़ों में सिहरन दौड़ जाती थी। अब सिहरन नहीं दौड़ती है लेकिन 100 क्या, 1000 से अभी अधिक एक दिन में 15000 से अधिक केस आने लगे हैं। भारत में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 13, 425 हो गई है। लेकिन सरकार इन सभी को लेकर कुछ कर रही या नही अगर कुछ कर रही तो असर क्यो नही दिख रहा है। बारडर पर जवान सुरछीत नही , देश में किसान आत्महत्या कर रहे, GDP लगातार निचले स्तर पर जा रही है औऱ पीएम मोदी लगातार कहते है कि देश सुरछीत हाथो में है। अब आप ही सुचीए देश कितना सुरछीत हाथो में है।


देश का क्या हाल कर दिया मोदी और योगी सरकार ने सीमा पर जवान सुरक्षित नहीं और घर पर उनका परिवार !
यूपी सरकार दबंगों की सरकार है, इसमें अपराधियों का बोलबाला है, कितनी शर्म की बात है कि सीमा पर तैनात एक जवान को जमीन पर कब्जा छुड़वाने के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है ।


मै ऐसा इसलिए कह रहा क्योकि एक ऐसा ही मामला आया है यूपी से जहां पर एक आर्मी के जवान को अपनी खुद की जमीन दबंगो से छुड़ाने के लिए धरना पर बैठना पड़ा। अब आप ही सोचीए देश किस दिशा में जा रहा है ।

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