आर्थिक मंदी का सामना कैसे करें!
By-दिलीप मंडल~
1. घबराएं नहीं. तैयारी करें.
2. घर या महंगी कार खरीदने या ढेर सारे शेयर खरीदने जैसा कोई बड़ा वित्तीय फैसला हड़बड़ी में न करें. इसकी कीमत चुकाने में आप तबाह हो सकते हैं.
3. आप इस बात का आकलन करें कि कोई संकट आया तो क्या आप और आपका परिवार इसे झेल पाएगा. आपका अपना सुरक्षा बंदोबस्त कैसा है.
4. इस बात का आकलन करें कि बुरे दौर को आप कितने समय के लिए झेल सकते हैं. आपका निवेश अगर एक ही क्षेत्र में है, तो उसे अलग अलग क्षेत्रों में फैलाने पर विचार करें.
5. इस बात का आकलन करें कि आपकी जिम्मेदारियों किस तरह की हैं. परिवार बड़ा करने के फैसले को टालने की स्थिति में हैं तो टाल दें.
6. सेहत का ध्यान रखें. एक बीमारी आपको मिडिल क्लास से गरीब क्लास में पहुंचा सकती है.
7. अंदाजा लगाएं कि आपकी नौकरी कितनी सुरक्षित है. अगर इसमें शक है तो अपना बायोडाटा तैयार रखें. जो नौकरी देने वाले लोग हैं, उनके संपर्क में रहें. ऑफिस में अनावश्यक झगड़ा न करें. प्रोडक्टिव बने रहने की कोशिश करें.
8. पर्याप्त नकदी अपने पास रखें. नकदी का अभाव होने पर आपको अपने शेयर, गहने या मकान बेचना पड़ सकता है, जिसकी कीमत काफी गिर चुकी होगी.
9. छह से 12 महीने के आवश्यक खर्च की रकम चालू खाते में रखें.
10. क्रेडिट कार्ड को कम से कम हाथ लगाएं. इसके लिए ये सही समय नहीं है. ईएमआई के चक्कर में फंसने का ये सबसे गलत समय है.
11. खर्च करने के मामले में निर्मम फैसले करें. जो रोक सकते हैं, उन खर्चों को रोक लें.
12. मंदी के बारे में अब तक का अनुभव है कि वह स्थायी नहीं होती. इसलिए जितना संकट है, उससे ज्यादा चिंता न करें.
आप सबको ढेर सारी मंगलकामनाएं.
~वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल
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