तो ईवीएम पवित्र सिद्ध हो गई???
चुनाव परिणाम ऐसे ही आने थे क्योंकि यही कांग्रेस और बीजेपी एक ही माला आरएसएस के मोती हैं। आज आरएसएस के द्वारा देश में जितना उन्माद-हिंसा और तबाही फैली है वह सब कांग्रेस के बूते ही आई है।
ईवीएम को कांग्रेस ही लेकर आई। और कांग्रेस ने कभी भी ईवीएम को लेकर विरोध नहीं किया। क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ही ईवीएम से फायदा है। कांग्रेस के जीतने से ईवीएम की पवित्रता को सिद्ध माना जायेगा। फिर 2019 के लोकसभा चुनावों में यही ईवीएम के भरोसे ब्राह्मणवादियों की सरकार बनेगी।
बीच-बीच में छोटी-छोटी जीत-हार करानी पड़ती है क्योंकि इससे लोकतंत्र पर भी कब्जा बना रहता है और पक्ष और विपक्ष भी।
जब तक बहुजन एक नहीं होंगे सत्ता में भागीदारी से दूर ही रहेंगे। वो जीतते हैं क्योंकि एक हैं।
-दिपाली तायड़े, सोशल एक्टीविस्ट
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