क्या बीजेपी के दवाब में प्रशासन? क्यों नहीं मिली हार्दिक पटेल को जनसभा करने की इजाज़त?
By- Aqil Raza
गुजरात में चुनावी घमासान लगातार जारी है. सभी राजनीतिक दलों के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर चरम सीमा पर है. ऐसे में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल की गुजरात की राजधानी गांधीनगर में होने वाली जनसभा कैंसल होने के बाद सियासी पारा और भी चढ़ गया है।
हार्दिक की गांधीनगर में होने वाली जनसभा को वहां के डीएम ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। माना जा रहा था कि हार्दिक पटेल इस जनसभा में सेक्स सीडी कांड पर बड़ा खुलासा कर सकते थे। हार्दिक पटेल ने खुद ट्वीट कर जनसभा की अनुमति रद्द होने की जानकारी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी गांधीनगर पुलिस को साथ रखकर जनता पर गुंडागर्दी कर रही है।
हार्दिक ने बीजेपी पर निसाना साधते हुए कहा कि गांधीनगर के डीएम ने बीजेपी के दबाव में आकर उनकी जनसभा को कैंसल किया है। हार्दिक ने ट्वीट कर कहा, आचार संहिता लगने के बाद भी सत्ता का हुकुम चलता है? आज मेरी गांधीनगर में जनसभा है। कलेक्टर ने जनसभा की इजाज़त दी थी, लेकिन बीजेपी के दबाव से जनसभा की इजाज़त कैंसल कर दी। SRP से लेकर पुलिस को भी मैदान में उतार दिया है। आज की जनसभा में हज़ारों की तादाद में जनता आने वाली है।’
हार्दिक ने कहा, ‘गांधीनगर जिले के पुलिस अधीक्षक ने बोला है की जितने भी लोग आएंगे, सभी को अरेस्ट किया जाएगा। जनसभा में जिस भी चीज का उपयोग होगा, उसे पुलिस अपने कब्जे में ले लेगी। हार्दिक ने दुख जताते हुए कहा कि क्या हो रहा है गुजरात में कुछ समझ नहीं आ रहा। पुलिस का ग़लत तरीक़े से इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा गांधीनगर में होने वाली जनसभा से बीजेपी डर गई है। जनता में आक्रोश हैं। बीजेपी पुलिस को साथ रखकर जनता पर गुंडागर्दी कर रही है।’
बताया जा रहा था कि एक के बाद एक कई कथित सेक्स सीडी आने के बाद हार्दिक पटेल इस रैली में इसका जवाब दे सकते थे। गुजरात की सियासत में भूचाल लाने वाले इस सीडी कांड पर अब हार्दिक पटेल पूरी तरह से हल्ला बोलने की तैयारी में हैं। ऐसे में गुजरात चुनाव के लिहाज से गांधीनगर में होने वाली रैली बेहद अहम मानी जा रही थी।
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