हरियाणा में गैरशिक्षण कार्य को लेकर आक्रोश, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे शिक्षक
कैथल। हरियाणा में गैरशिक्षण कार्य को लेकर शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल का ऐलान कर दिया है. बीते दिन महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक अब अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठ गए हैं। कैथल जिलें में बीतें तीन दिन से लगातार शिक्षक जिला सचिव कार्यालय के बाहर बैठे हैं।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के खंड प्रधान सुरेश द्रविड़ ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा है कि वो बीते तीन महीनों से इस संबंध में प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन शासन-प्रशासन उनकी समस्या को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने स्कूलों में पढ़ाने के अलावा कार्य देकर हमारी मुश्किलें बढ़ा दी है, साथ ही इससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
सुरेश द्रविड़ ने आरटीई का हवाला देते हुए कहा कि सरकार के इस तरह के फैसले से प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के राइट टू एजुकेशन के अधिकार का हनन हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि अर्टिकल 21 (A) के तहत यह प्रावधान है कि शिक्षकों की विद्यालयों के अलावा कहीं दूसरे कामों में ड्यूटी नहीं लगनी चाहिए।
अनिश्चितकालीन प्रदर्शन पर साथियों के साथ बैठे सुरेश द्रविड़ का कहना है कि वो पहले स्कूल में बच्चों को पढ़ाते हैं और उसके बाद प्रदर्शन में शामिल होते हैं, उन्होंने कहा कि प्रोटेस्ट करते हुए तीन दिन हो गए लेकिन डिप्टी कमिश्नर सुनीता वर्मा और जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने उनकी शिकायत नहीं सुनी हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि जिला प्रशासन मामले को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं है।
सुरेश द्रविड़ ने कहा कि जब तक मांग नहीं सुनी जाती है उनका अनिश्चितकालीन प्रदर्शन जारी रहेगा। आपको बता दें कि हरियाणा सरकार ने बीतें दिनों एक आदेश जारी किया था जिसमें प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की जनसेवा सुरक्षा एवं कल्याण सर्वे में ड्यूटी लगाने की बात कही थी, जिसको लेकर शिक्षकों में भारी आक्रोश है।
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