जामिया यूनिवर्सिटी में भारी प्रदर्शन के बाद अब 5 जनवरी तक यूनिवर्सिटी बंद
15 दिसंबर यानि कि कल नागरिकता बिल के खिलाफ दिल्ली से लेकर अलीगढ़ तक जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिला. पहले दिल्ली के कुछ इलाकों में प्रदर्शनकारी भीड़ ने डीटीसी बसों को आग लगा दी और कुछ गाड़ियों को भी फूंक दिया. इसके बाद जामिया यूनिवर्सिटी से भी पुलिस-छात्रों के भिड़ंत की खबरें आने लगीं. जामिया यूनिवर्सिटी का आरोप है कि पुलिस जबरदस्ती कैंपस में घुसी और छात्रों-कर्मचारियों को पीटा. फायरिंग करने के भी आरोप दिल्ली पुलिस पर लगाए जा रहे हैं. वहीं पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों पर गोली नहीं चलाई गई.
वही इस मामले में जामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ हुए लाठीचार्ज के बाद समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने पूरी घटना की निंदा की है. अखिलेश ने कहा कि, “जिस प्रकार जामिया मिलिया के छात्र-छात्राओं से बर्बरतापूर्ण हिंसा हुई है और विद्यार्थी अभी भी फंसे हुए हैं, ये बेहद निंदनीय है. पूरे देश को हिंसा में फूंक देना ही क्या आज के सत्ताधारियों का असली ‘गुजरात मॉडल’ है.”
वही दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प के बाद अब पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. जामिया के छात्र अब पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. जामिया में उग्र प्रदर्शन के बाद हिरासत में लिए गए 50 छात्रों को रिहा कर दिया गया है. जिसके बाद दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया है.
वही छात्रों के साथ हो रहे इस बर्बरता पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा देश के विश्वविद्यालयों में घुस घुसकर विद्यार्थियों को पीटा जा रहा है. जिस समय सरकार को आगे बढ़कर लोगों की बात सुननी चाहिए, उस समय भाजपा सरकार उत्तर पूर्व, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में विद्यार्थियों और पत्रकारों पर दमन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है.
इससे पहले जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों और यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर ने आरोप लगाया कि पुलिस कैंपस में घुस गई और छात्रों पर आंसू गैस के गोले दागे. पीटीआई के मुताबिक, जामिया के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि दिल्ली पुलिस यूनिवर्सिटी कैंपस में दाखिल हुई और सारे गेट बंद कर दिए. वहीं यूनिवर्सिटी का कहना है कि दिल्ली में जो हिंसा हुई है वो स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के दौरान हुई है,छात्र आंदोलन का इससे कोई लेना देना नहीं है.
इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि किसी को भी हिंसा में शामिल नहीं होना चाहिए.किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी. प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के करीब हिंसा के बाद पैदा हुई स्थिति के मद्देनजर दक्षिण-पूर्व दिल्ली के सभी सकूल सोमवार 16 दिसंबर को बंद रहेंगे और जामिया यूनिवर्सिटी में भारी प्रदर्शन के बाद अब 5 जनवरी तक छुट्टी घोषित कर दी गई है. छुट्टियों की घोषणा के बाद अब छात्रों ने कैंपस छोड़ अपने घर जाना शुरू कर दिया है. बहरहाल नया नागरिकता कानून बन गया है और यह मामला उच्चतम न्यायालय में पहुंच गया है. इसकी वैधता पर उच्चतम न्यायालय क्या निर्णय लेगा.
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