महाराष्ट्र: सियासी फेरबदल जारी कल फिर होगा SC में सुनवाई!
महाराष्ट्र में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. याचिका पर न्यायमूर्ति एनवी रमना न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ सुनवाई कर रही है. महाराष्ट्र सरकार के गठन पर सवाल उठाते हुए शिवसेना की तरफ से पेश हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि बहुमत के लिए 145 विधायकों की जरुरत है. प्रदेश से मनमाने तरीके से राष्ट्रपति शासन हटाया गया। सिब्बल ने कहा सरकार के पास बहुमत है तो आज ही साबित करे.
इसके जवाब में जस्टिस भूषण ने कपिल सिब्बल से पूछा कि विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल को कब सौंपी गई. जस्टिस भूषण ने आगे कहा कि अगर राज्यपाल आश्वस्त हैं तो सरकार गठन के लिए न्योता दे सकते हैं. इस पर सिब्बल ने फिर कहा जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट हो. उन्होंने करीब 15 मिनट तक तीन जजों की बेंच के समक्ष अपना पक्ष रखा. इस पर सरकार की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल एसजी तुषार मेहता ने कहा कि विपक्ष को हाईकोर्ट जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि मौलिक अधिकारों पर आप सुप्रीम कोर्ट नहीं आ सकते. वहीं विपक्ष ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अजीत पवार विधायक दल के नेता नहीं है जो उनकी समर्थन की चिट्ठी स्वीकारी गई. एनसीपी की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक सिंहवी ने कोर्ट से अपील की कि महाराष्ट्र में तुरंत फ्लोर टेस्ट कराया जाए यही सही है. उन्होंने कहा कि समर्थन पत्र पर 41 विधायकों का हस्ताक्षर हैं अजीत पवार का दावा गलत है.
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एनसीपी ने एक बार फिर 51 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. एक तरफ अजित पवार को मनाने की कोशिश जारी है तो वहीं एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटील 51 विधायकों के हस्ताक्षर की चिट्ठी लेकर राजभवन पहुंचे हैं. जयंत पाटील ने बताया कि विधायकों की लिस्ट में अजित पवार का नाम भी शामिल है, हालांकि उस पर अजित पवार का हस्ताक्षर नहीं है. जयंत पाटील ने कहा कि वे अजित पवार से मुलाकात कर उनको मनाने की कोशिश करेंगे.
सूत्रों के मुताबिक पवार परिवार की कोशिश किसी भी तरह अजित पवार को मनाने की है ताकि उन्हें फिर गठबंधन खेमे में वापस बुलाया जाए. शरद पवार और सुप्रिया सुले ने अजित पवार के भाई श्रीनिवास से बात की है. एनसीपी इस कोशिश में है कि अजित पवार फडणवीस सरकार में डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा दें. जयंत पाटील ने भी इस बात की जानकारी दी कि वे खुद अजित पवार से बात करने जा रहे हैं ताकि उन्हें मनाया जा सके. शनिवार शाम को हुई बैठक में अजित पवार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पार्टी ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था. NCP ने उनकी जगह पर प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील को विधायक दल का नया नेता चुना. पार्टी की आयोजित बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और वरिष्ठ नेताओं के साथ विधायक शामिल हुए. उन्हें विधायकों को व्हिप जारी करने के साथ ही अन्य अधिकार दिए गए थे, जो तत्काल प्रभाव से वापस ले लिए गए.
288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 145 विधायकों का समर्थन जुटाना होगा. अभी तक इन खबरों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है कि राज्यपाल ने फडणवीस को 30 नवंबर तक विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहा है. महाराष्ट्र में हुए आश्चर्यजनक उलटफेर में शनिवार को भाजपा के देवेंद्र फडणवीस की मुख्यमंत्री के रूप में वापसी हुई जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ जब कुछ घंटे पहले ही कांग्रेस और राकांपा ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाने पर सहमति बनने की घोषणा की थी.
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