मुंबई कमला मिल हादसा: बीजेपी सांसद ने बेतुका बयान देकर जख्मों पर छिड़का नमक
मुंबई के कमला मिल कंपाउंड में आग लगी आग ने तमाम घरों की खुशियां मातम में तब्दील कर दी। इस दर्दनाक हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई। जिनमें 11 महिलाएं बताई जा रही हैं. मृतकों में ज्यादातर की उम्र 20 से 30 साल की है. ज्यादातर के शव वाशरूम में पाए गए. जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि ज्यादातर की मौत दम घुटने से हुई है।
दरअसल रेस्टोरेंट में 28 साल की खुशबू मेहता की बर्थडे पार्टी चल रही थी। रेस्टोरेंट में तकरीबन 150 लोग मौजूद थे। पार्टी के दौरान अचानक एक पब में आग लग गई। घटना के कुछ समय पहले ही खुशबू मेहता ने अपने जन्मदिन का केक काटा था. किसी ने उनका केक काटते हुए वीडियो भी बनाया. और वो काफी खुश नजर आ रहा थी। लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि खुशबू की यह मुस्कान आखरी है।
वहीं इस हादसे पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. बीएमसी में सत्ताधारी शिवसेना और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं. लोकसभा में भी ये मुद्दा उठा जहां बीजेपी के किरीट सोमैया और शिवसेना के अरविंद सावंत आमने-सामने नज़र आए. अरविंद सावंत ने इस भीषण हादसे की न्यायिक जांच की मांग की। उधर, सोमैया ने इसके लिए बीएमसी अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। जिसके बाद महाराष्ट्र नगर निगम (बीएमसी) ने पांच अधिकारियों को सस्पेंड भी कर दिया।
वहीं इस दर्दनाक घटना पर बीजेपी की सांसद और पूर्व अभिनेत्री हेमामालिनी का विवादित बयान सामने आया है। हेमा मालिनी ने कमला मिल के रेस्टोरेंट में आग लगने की वजह मुंबई में अधिक आबादी होना बताया। हेमा मालिनी ने कहा, कि ऐसा नहीं है कि इस मामले में पुलिस अपना काम नहीं कर रही, उसने बहुत अच्छा काम किया, लेकिन आबादी बहुत अधिक है, बाम्बे जहां खत्म होता है वहां से दूसरा शहर शुरु होना चाहिए, लेकिन इस शहर का लगातार विस्तार हो रहा है। हेमा मालिनी के इस तरह का बेतुका बयान सामने आने के बाद चौतरफा उनकी आलोचना शुरु हो गई है।
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