‘पद्मावत’ विवाद पर सवालों में पीएम, उवैसी ने कहा सिर्फ मुस्लिमों के लिए हैं 56 इंच का सीना
By- Aqil Raza
‘पद्मावत’ के सिनेमाघरों में दस्तक देने के बावजूद देश भर में विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। वहीं राजनीतिक पार्टियां और हस्तियां इस पर सियासत करने में जुट गई हैं। इसमें ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी पीछे नहीं हैं। उन्होंने पद्मावती विवाद पर कहा है कि यह भाजपा की ‘पकौड़ा’ राजनीति के अलावा कुछ नहीं है।
ओवैसी ने आक्रामक अंदाज में कहा कि पीएम और उनकी पार्टी ने उन लोगों के सामने विनम्रतापूर्वक सरेंडर कर दिया है, जो विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके पास सिर्फ मुस्लिमों के लिए 56 इंच की छाती है।
गौरतलब है कि पद्मावत को लेकर राजनीतिक पार्टियों और हस्तियों में दो फाड़ हो गया है। कुछ इसका समर्थन कर रहे हैं तो कुछ खुलकर प्रदर्शनकारियों के बचाव में आ गए हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पद्मावत के रिलीज की आलोचना करते हुए कहा है कि किसी भी धर्म या जाति की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली फिल्में नहीं बनानी चाहिए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘अगर कोई फिल्म एतिहासिक तथ्य से परे है और किसी धर्म या जाति विशेष के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती हो तो सबसे अच्छा विकल्प यही है कि इसे नहीं बनाया जाए।’
लेकिन सवाल इस बात का है कि सब इतिहास की बात तो करते हैं, लेकिन भविष्य की बात कोई क्यों नहीं कर रहा। हरियाणा में नोनिहालों पर हुए हमले पर किसी ने क्यों कोई प्रतिक्रिया नहीं दी… हरियाणा सरकार ने क्यों खुलकर ये नहीं कहा कि बच्चों पर किये गए हमले के हमलावरों को, उन देश के गद्दारों को जेल में ठूंसा जाएगा। इस तरह का काम करने वाले आपने आप को क्षत्रीय बताते हैं, लेकिन इससे साफ ज़ाहिर होता है कि उनसे बड़ा कायर कोई नहीं।
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