फिल्म पद्मावती: कर्णी सेना राजपूतों के कौन से इतिहास से डरती है ?
नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर पूरे देश में एक संग्राम सा छिड़ा हुआ है. राजस्थान की रानी पद्मावती के जीवन पर बनी इस फिल्म का राजपूत वर्ग जमकर विरोध कर रहा है. फिल्म को रिलीज कराने से रोकने की मांग कर रहा है। कर्णी सेना का कहना है कि इस फिल्म में पद्मावती को खिलजी की प्रेमिका के रूप में दिखाया गया है। यह स्वीकार्य नहीं है।
सीएम योगी ने कहा खराब हो सकते हैं हालात
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो स्पष्ट तौर पर फिल्म पर रोक लगाने की बात कही है. उन्होंने फिल्म रिलीज होने पर हालात खराब होने की बात कही है।
संजय और दीपिका के सिर काटने वाले को पांच करोड़ा का इनाम
खबरों के मुताबिक मेरठ जिले के एक ठाकुर नेता और अखिल भारतीय क्षत्रिय युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक सोम ने कहा, संजय लीला भंसाली और दीपिका के सिर काटकर लाने वाले को पांच करोड़ रुपये इनाम दिया जाएगा।’
कर्णी सेना कौन से इतिहास से डरती है?
तो वहीं फिल्म के विरोध ने तमाम सवालों को भी जन्म दे दिया है. सवाल इस बात का है कि आखिर कर्ण सेना राजपूत समाज के कौन से इतिहास से डरती है. इससे पहले भी तमाम ऐसी फिल्म बनी हैं. जैसे फूलन देवी के जीवन पर बनी फिल्म (बेंडिट क्वीन) जिसमें उनके साथ जुल्म अत्याचार और बलात्कार जैसी घटनाओं को दिखाया गया था. तब तो किसी ने विरोध नहीं किया था। अगर फिल्म के जरिए कोई इतिहास का पता लगता है तो इसमें बुरा क्या है ?
वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने भी इस फिल्म के विरोध को लेकर राजपूत समाज पर जमकर तंस कसा है. उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है….
भारत की जनता यानी आप सबकी भारी मांग पर
एक फिल्म ऐसी भी आनी चाहिए जिसमें दिखाया जाए कि भारत पर हमला करने वाली हर फौज को राजपूतों ने हराया, वे कभी नहीं भागे, कभी दगाबाजी नहीं की, कभी हमलावरों से साठगांठ नहीं की, कभी अपनी बहन-बेटियां नवाबों, बादशाहों से नहीं ब्याही और अंग्रेजों को तो नचा नचा कर मारा. यह भी दिखाया जाए कि राजपूत रेजिमेंट जैसी अंग्रेजों की कोई रेजिमेंट कभी थी ही नहीं.
खूब चलेगी. बहुत जनसमर्थन है.
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