नागौर के बहुजन युवक ने बताई अपनी आपबीती
बीते महीने ही राजस्थान के नागौर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया था. जहां एक बहुजन युवक के साथ बर्बरता की गई. चोरी के आरोप में बहुजन युवक के गुप्तांग में पेट्रोल डाल दिया गया.
गौरतलब है कि बीते 16 फरवरी को 24 वर्षीय विसाराम के साथ इस बर्बरता को अंजाम दिया गया. चोरी के इल्ज़ाम में घंटों तक इनके साथ बर्बरता से मारपीट की गई और उनके गुप्तांग में पेट्रोल डाला गया.जिसके बाद इस खौफनाक घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई. इस वीडियों को देखते ही देखनेवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई. हर कोई हैरान परेशान था, कि कोई किसी शख्स के साथ इतनी दरिंदगी कैसे कर सकता है.
वहीं इस मामले पर विसाराम ने तनाव और दर्दभरी आपबीती बताते हुए कहा कि 16 तारीख को मै पत्राराम के साथ अपनी बाइक की सर्विस कराने गया था, जब मै मोटरसाइकिल सर्विस कराने के बाद निकल रहा था तभी करनू गांव की एजेंसी के मालिक ने मुझसे मोटरसाइकिल की दो किस्त मांगी. फिर उन्होंने मेरे साथ धक्का मुक्की शुरु कर दी और मुझ पर चोरी का इल्जाम लगाने लगे. मैने उनसे विनती की कि मैने कोई चोरी नही की है लेकिन उन्होंने मेरी एक भी बात नही सुनी.
उन्होंने आगे कहा कि इससे पहले मैं कुछ बोलता वहां के सभी लोग मुझे घेर के पीटने लगे. मैने सभी से मांफी और ना मारने की विनती की लेकिन किसी ने भी मेरी नही सुनी. उन्होंने आगे बताया कि वो लोग मुझे सर्विस सेंटर के पीछे ले गए और मुझे जानवरों की तरह मारा और मेरी बद से बदतर हालत कर दी. एक युवक ने मुझे जमीन पर उल्टा पटक दिया. दो लोगो ने मेरे हाथ पकड़ लिए. इसके बाद एक आदमी मेरी पीठ पर खड़ा हो गया और दूसरे ने पेचकस के आगे कपड़ा बांधा और इसे पेट्रोल में भिगोकर मेरे गुप्तांगों में डाल दिया.
जिसके बाद पत्राराम ने आगे बताया कि उन्होंने मुझे भी पीटा लेकिन विसाराम को बुरी तरह से मारा. मारपीट उनके थकने पर बंद हुई. विसाराम की हालत खराब होने के बाद उन्होंने हमारे पड़ोस में फोन किया. बड़ा भाई एंजेसी आया तो उन्होने पैसे की मांग की और कहा पैसे मिलने पर ही छोड़ेंगे. बड़े भाई की गारंटी देने के बाद हमे छोड़ा. इसके बाद हम अस्पताल गए और फिर घर पहुंचे. जब विसाराम से पूछा गया कि उन्होंने केस दर्ज क्यों नही कराया तो उनका कहना था कि वह बड़े लोग है और हमारी बात कौन सुनता, पुलिस भी उन्ही की सुनती है. उन्होंने आगे बतया कि जिस एंजेसी में विसाराम और पत्राराम के साथ बरबर्ता हुई वहां सभी लोग उनके रिश्तेदार है और राजपूत जाति से है. साथ ही उस इलाके में उनका दबदबा है.
बता दें कि यहां बहुजन युवकों के साथ बरबर्ता को अंजाम दिया गया. वीडियों वायरल होने के बाद भी दरिंदगों पर अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है. यहां तक की पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है. ऐसे में बहुजन लोगों को इन उच्च जातिय लोगों के डर से निजात कैसे मिलेगा, जब प्रशासन ही कोई कार्रवाई नही करेगी. इन सबके बाद तो बहुजनों का भरोसा ही उठ गया है और आज भी वह डर कर रह रहे है. हम लोगों को ही अब साथ मिलकर इन दरिंदो के खिलाफ आवाज उठानी होगी. ताकि बहुजनों को भी आजादी के साथ रहने का माहौल मिले.
(अब आप नेशनल इंडिया न्यूज़ के साथ फेसबुक, ट्विटरऔर यू-ट्यूबपर जुड़ सकते हैं.)
Remembering Maulana Azad and his death anniversary
Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…