योगी सरकार के खिलाफ लोगों में रोष?
लगातार हो रहे ब्राह्मण समाज की हत्या से लोगों में खासा नारजगी है. वहीं ब्राह्मण समाज के लोगों का सारा ध्यान अपने ब्राह्मण समाज के ऊपर हो रहे अत्याचार से हट जाएं. इसके लिए वर्तमान समय की सरकार, देश के नेता- छद्म राष्ट्रवाद और छद्म हिंदुत्व, दंगा, सर्जिकल स्ट्राइक, मुद्दा जबरदस्त उठाएगे. हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद योगी सरकार के खिलाफ आक्रोश तेज हो गया है. इस घटना को लेकर यूपी के ब्राह्मण वर्ग में काफी नाराजगी है. ब्राह्मणों के तमाम संगठन सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ मुखर हैं. लखनऊ, कानपुर, गोंडा, मिर्जापुर समेत तमान जिलों के कई ब्रहाम्ण संगठन योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं.
इनका कहना है कि पिछले 2.5 साल में ब्राह्मणों पर अत्याचार बढ़ा और कहीं उनकी सुनवाई नहीं की जा रही है. इसी कारण ब्राह्मणों में योगी सरकार के खिलाफ रोष बढ़ रहा है.अखिल भारतीय ब्राहम्ण महासभा (रा.) के अध्यक्ष राजेंद्र नाथ त्रिपाठी का कहना है कि यूपी में उन्होंने तमाम सरकारें देखीं लेकिन ब्राह्मणों के साथ सबसे अधिक नाइंसाफी इस सरकार में हुई. उनका आरोप है कि जब से योगी सरकार बनी है तब से लगातार ब्राह्मणों पर अत्याचार बढ़ा है. पिछले कुछ महीने में लगातार ब्राह्मणों की हत्या के मामले सामने आए. सीएम योगी आदित्यनाथ इनमें से किसी के घर मिलने नहीं गए जबकि चुनाव में ब्राह्मणों ने दिल खोलकर बीजेपी का साथ दिया. अब वह जातिवाद के दलदल में उलझे हैं. वे अपने लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं लेकिन ब्राह्मणों की उपेक्षा कर रहे हैं.
वहीं आखिल भारतीय ब्राह्मण संगठन महासंघ के अध्यक्ष असीम पांडे का कहना है कि पिछली सरकारों में भी ब्राह्मणों के साथ से हिंसा हुई लेकिन इस सरकार में ऐसे मामले अधिक बढ़ गए हैं. इसी कारण हम लोगों को सड़क पर उतरना पड़ रहा है सोशल मीडिया पर लिखना पड़ रहा है. अखिलेश सरकार के दौरान भी हम लोग मुखर थे लेकिन पिछले दो साल में ब्राह्मणों के साथ जितनी घटनाएं हुईं उतनी शायद ही कभी हुई हों. इसी कारण यूपी के तमाम ब्राह्मण संगठनों में आक्रोश है. उन्हें यूपी के 50 से अधिक ब्राह्मण संगठनों का समर्थन प्राप्त है. यूपी में ब्राह्मण संगठनों ने सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है.
ब्राह्मण संगठनों के तमाम फेसबुक पेज पर भी योगी सरकार के खिलाफ जमकर लिखा जा रहा है ब्राह्मण समाज नाम से चलने वाले फेसबुक पेज पर एक पोस्ट में लिखा है कि सूबे के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ब्राह्मण हैं लेकिन ब्राह्मणों पर हो रहे अत्याचारों पर चुप हैं. इस पोस्ट में रायबरेली कांड से लेकर झांसी में हुई हत्या का जिक्र है.कुछ ब्राह्मण संगठन ये दावा भी कर रहे हैं कि पिछले 11 दिनों में यूपी में 23 ब्राह्मणों की हत्या हुई है. वही बीजेपी ने ऐसे तमाम आरोपों को इंकार कर दिया. साथ ही ऐसे तमाम फेसबुक पोस्ट के जरिए योगी सरकार पर ब्राह्मणों की उपेक्षा के आरोप लगाए जा रहे हैं.
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