RSS से जुड़े पोस्टर में संत रविदास, वाल्मीकि को लिखा अस्पृश्य, भड़के बहुजन समाज के लोग
By: Ankur sethi
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में आरएसएस से जुड़े पोस्टर पर बड़ा बवाल खड़ा हो गया. उस पोस्टर में वाल्मीकि, संत रविदास के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किए गया है.
इस पोस्टर के सोशल मीडिया में आने के बाद खासा विवाद पैदा हो गया है. बहुजन समाज ने इस पोस्टर का खुलकर विरोध किया.
दरअसल 25 फरवरी को मेरठ में आरएसएस का सबसे बड़ा समागम होने जा रहा है. जिससे पहले मेरठ शहर को तरह- तरह के पोस्टरों से पाटा जा रहा है. शहर में कुछ पोस्टर्स ऐसे लगाए गए जिनमें लिखा है, ‘हिंदू धर्म की जैसे प्रतिष्ठा, वसिष्ठ जैसे ब्राह्मण, कृष्ण जैसे क्षत्रिय, हर्ष जैसे वैश्य और तुकाराम जैसे शूद्र ने की है. वैसे ही वाल्मीकि, चोखामैला और रविदास जैसे अस्पृस्यों यानि अछुतों ने भी की है और इस पोस्टर का शीर्षक है ‘राष्ट्रोदय, आपका हार्दिक अभिनन्दन करता है.
यह विवादित होर्डिंग मेरठ शहर के मुख्य चौराहों पर लगे हैं, जिसको देखने के बाद बहुजन समाज के लोगों में आक्रोश फैल गया. इससे साफ जाहिर है कि संघ परिवार के लोग जातिवादी मानसिकता से बाहर ही नहीं आना चाहते. ये अभी तक बहुजनों को अछूत ही मानते हैं. संविधान सभी को समानता देने की बात करता है तो ये सिर्फ जातिवादी भिन्नता की.
हिन्दुओं को एक करने का दम भरने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत अभी तक चुप है और उनकी यह चुप्पी सवाल पैदा करती है जो बहुजन समाज को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर कर सकती है.
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