आरोपियों के परिजनों ने कहा, प्रियंका रेड्डी को जैसे मारा है हमारे बेटों को वैसे ही सजा दो
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और जिंदा जलाने की घटना के बाद दिन पर दिन जनता का रोष बढ़ता जा रहा है. दोषियों को मौत की सजा दिलाने के लिए तेलंगाना के लोगों ने सड़कों पर कैंडल मार्च निकाला. साथ ही सोशल मीडिया पर भी rip प्रियंका रेड्डी के चलते कई रेप के मामले सामने आने लगे है. इस घटना की निंदा करते हुए स्थानीय लोगों ने नारे लगाए और आरोपियों के लिए मृत्युदंड की मांग की. शनिवार को हुए इस दुष्कर्म में 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस घटना के बाद उसी जगह पर थोड़ा दूर एक लड़की को दोबारा से जिंदा जलाने की खबर आई. इस घटना में भी संशय जताया जा रहा है कि उस लड़की के साथ भी दुष्कर्म कर जिंदा जलाया गया है. वही राजस्थान में भी 6 साल की एक स्कूली छात्रा के साथ दुष्कर्म कर बेल्ट से गला घोंट दिया गया.ये सब करके क्या दिल की इंसानियत खत्म हो जाती है.
सरकार भी हमेशा महिलाओं की सुरक्षा लिए नए-नए कानून बनाती है. लेकिन महिलाओं के साथ होने वाले दुष्कर्म की घटना अलग-अलग राज्यों में होती रहती है. इससे पहले 2012 में दिल्ली के वसंतकुज में जो निर्भया कांड जो हुआ था जिसे हम सब बखूबी जानते है कि कैसे देशभर में लोगों ने कैंडल मार्च निकाल दोषियों को फांसी देने की मांग की थी. वही प्रियंका रेड्डी के तीन आरोपी मोहम्मद उर्फ आरिफ केसावुलु और शिवा के परिवारवालों का कहना है कि उनके बच्चों को उपयुक्त सजा दी जाए. आरोपी मोहम्मद के परिजनों ने कहा कि उनका बेटा रात 28 नवंबर को घर आया और उन्हें बताया कि एक घटना हुई है. मोहम्मद की मां ने कहा कि आप उसे जो चाहे सजा दें.

वही ये मुद्दा लोकसभा संसद में उठाया गयाजिसपर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि देश में जो घटनाएं घट रही हैं उस पर संसद भी चिंतित हैं. सराकार अगर इतनी ही चितिंत है तो क्यों नहीं रेप जैसे मामलों पर संज्ञान लेती न जाने आए दिन ऐसी कितनी भयानक रेप घटनाएं होती है लेकिन सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगती.
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The Rampant Cases of Untouchability and Caste Discrimination
The murder of a child belonging to the scheduled caste community in Saraswati Vidya Mandir…