देश में हो रहे महिलाओं के बलात्कार पर क्यों किया गया फूलन देवी को याद?
30 नवंबर यानि कि आज झारखंड विधानसभा के पहले चरण का चुनाव होना है. सभी पार्टियों ने अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं. सबने वादा किया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर करेंगे. चुनावी वादों के बीच राजधानी रांची में एक आदिवासी छात्रा का रेप हो जाता है वो भी एक नहीं दो नहीं 12 लोग उसके साथ गैंगरेप करते है.जबकि छात्रा रांची के ही नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ में सेकेंड ईयर की है घटना मंगलवार शाम की है. इस संबंध में मीडिया रिपोर्टस के अनुसार रांची के ग्रामीण एसपी ऋषभ झा ने बताया कि मंगलवार की शाम को छात्रा अपने पुरुष मित्र के साथ बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा से रिंग रोड होते हुए स्कूटी से हॉस्टल जा रही थी.
इसी दौरान कांके इलाके में रिंग रोड पर एक बस स्टॉप पर बैठकर अपने दोस्त से बात करने लगी. इसी दौरान नशे में धुत कार से छह लोग पहुंचे छात्रा पर कमेंट किया. इसे छात्रा और उसके दोस्त ने अनसुना कर दिया. कुछ देर बाद कार सवार फिर लौटे और अश्लील टिप्पणी करने लगे. छात्रा के दोस्त ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उसकी पिटाई कर दी जिससे वह बेहोश हो गया. इसके बाद उन्होंने छात्रा को अगवा कर संग्रामपुर गांव के ईंट-भट्ठी पर ले गए जहां उसका रेप करना चाहा. इसका विरोध करने पर आरोपियों ने पिस्टल तान दी. धमकाते रहे कपड़े उतारो नहीं तो गोली मार देंगे. ग्रामीण एसपी के मुताबिक इसके बाद आरोपियों ने अपने अन्य छह दोस्तों को भी बुलाया और सामूहिक बलात्कार किया.
वही कल के दिन तेलगांना में एक महिला डॉक्टर का रेप किया जाता है फिर उसकी बेरहमी से हत्या की जाती है उसके बाद शव को जला दिया जाता है. indian express के मुताबिक पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने पहले महिला डॉक्टर को किडनैप किया. इसके बाद चार लोगों ने मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया. फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. पुलिस द्वारा बताया गया कि डॉक्टर के साथ हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में टोंडुपल्ली टोल प्लाजा के पास गैंगरेप किया गया और फिर उसके शव को कई किलोमीटर दूर ले जाकर रंगा रेड्डी जिले के एक पुल पर पेट्रोल छिड़ककर जला दिया. दावा किया जा रहा है कि आरोपियों ने अपराध को अंजाम देने के दौरान शराब पी रखी थी. हालांकि इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गाया है.साथ ही पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी व्यक्तियों को अधिकतम सजा के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग करेंगे.
जिस देश में आधी रात को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति शासन हटाने की मांग हो तो उसे आधी रात हटा दिया जाता है लेकिन रेप या दूसरे जघन्य अपराधों पर फांसी पाए अपराधियों की दया याचिका खारिज करने में अरसा लगा जाता है. सोचिए एक पढ़ी-लिखी काबिल युवती सिर्फ स्कूटी पंचर होने से डरने लगती है. क्यों. कुछ लोगों का समूह मदद के लिए आता है. वह विश्वास में आ जाती है.कुछ लोगों का वह समूह दरिंदगी की हर हद पार करता है.यह समाज यह समूह किस काम का क्यों ना इसे दफना दिया जाए. रेस्ट इन पीस कहकर हम सब लोग मातम मना रहे हैं. हमारे ही देश में हमारे ही प्रदेश में हमारे ही शहर में हमारे ही समाज में न जाने कितनी महिलाये ऐसे भेड़ियों की हवस का शिकार बनती होगी. क्योंकि सरकार तो अपने वोट के लिए बड़े-बड़े दांवे और वादे करती रहेगी लेकिन करेंगी कुछ नहीं तो इसकी शुरुआत हमें हमारे समाज से करनी होंगी. जब तक हमारा समाज नहीं बदलेगा तब तक महिलाओं के साथ ऐसे अपराध होते रहेगे.
वही देशभर में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचारों के तहत ट्विटर पर #फूलनदेवी जिंदाबाद ट्रेंड पर चल रहा है. जिसपर लोग हो रहे बलात्कारों पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे है. इस पर अखिलेश मीणा लिखते है-गरज उठी जो बीहड़ों में वो बंदूक पुरानी थी नाम फ़ूलन था उसका वो चंबल वाली रानी थी जैसा कि आप सभी जानते है कि फूलन देवी को किस तरह बलात्कारियों को मौत के घाट उतारा था जिससे बलात्कारियों की रुंह कांप उठी थी.
इस पर prof. dilip mandal लिखते है कि फूलन देवी जब बीहड़ में थीं तब सब उनसे खौफ खाते थे. जब उन्होंने सरकार के सामने हथियार डाल दिए तब एक कायर ने निहत्थी वीरांगना पर पीछे से गोली चला दी. इस तरह वे शहीद हो गईं. लेकिन उनके नाम से बलात्कारियों में अब भी खौफ छा जाता है.साथ ही वे अपने दूसरे ट्वीट में कहते है कि सरकार को हर शहर में क्रांतिकारी फूलन देवी की भव्य मूर्ति लगानी चाहिए. और साथ में ये बोर्ड लगाना चाहिए कि उन्होंने जुल्म का बदला कैसे लिया. इससे लड़कियों को प्रेरणा मिलेगी. इसलिए हम सभी को फूलन देवी जैसी बनना चाहिए. ताकि हो रहे बलात्कारों से अपराधों को रोका जा सकें.
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