आकाशीय बिजली गिरने से 43 लोगों की मौत, सरकार ने साधी चुप्पी !
एक तरफ कोरोना अपना कहर जमकर बरपा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अन्य आपदाएं भी पिछे हटने का नाम नहीं ले रही है। पहले भूकंप फिर तूफान और अब आकाशीय बिजली ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जहां एक तरफ भीषण गर्मी और अपनी फसल को लेकर किसान बारिश की मांग कर रहे है तो वहीं दूसरी तरफ ये बारिश अभी तक करीब 150 से ज्यादा लोगों की जान ले चुकी है।
बता दें की कुछ दिन पहले बिहार में बिजली गिरने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी तो वहीं उत्तर प्रदेश में भी 24 लोगों ने सिर्फ औऱ सिर्फ आकाशीय बिजली गिरने की वजह से अपनी जान गंवाई थी। जिसपर राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हर संभव मदद पहुंचाने की अपील की थी। लेकिन एक बार फिर कल बिहार औऱ यूपी में बिजली गिरने से 43 लोगों की मौत हो गई। जिसपर ना तो बिहार और ना ही यूपी सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को किसी सुविधा का ऐलान किया गया।
लेकिन सरकार को चाहिए की लोगों को आकाशीय बिजली से बचने के लिए जागरूक करे। अगर मरने वालों के आकंड़ों पर नजर डाली जाए तो कुछ हादसे इस वजह से हुए की उन्हे बचाव के बार में नहीं पता था। अगर उन्हे पता होता की खुले आसमान के नीचे रहकर भी आसमान से गिरने वाली बिजली से अपनी जान बचाई जा सकती है। तो शायद वो लोग आज जिंदा होते। बता दें की आकाशीय बिजली ज्यादातर बरसात के दिनों में गिरती है। इसकी चपेट में वो लोग आते हैं जो खुले आसमान के नीचे, हरे पेड़ के नीचे होते हैं, पानी के करीब होते हैं या फिर बिजली और मोबाइल के टॉवर के नजदीक होते हैं।
लेकिन जब हमने NDRF विभाग से फोन पर इसको लेकर बात की तो उन्होने इसके बचाव बताते हुए कहा कि। अगर आसमान में बिजली कड़क रही है और आप घर के बाहर हैं तो सबसे पहले सुरक्षित जैसे की मजबूत छत वाली जगह तक पहुंचने का प्रयास करें। अगर ऐसे संभव नहीं है तो तुरंत पानी, बिजली के तारों, खंभों, हरे पेड़ों और मोबाइल टॉवर से दूर हट जाएं।आसमान के नीचे हैं तो अपने हाथों को कानों पर रख लें, ताकि बिजली की तेज आवाज़ से कान के पर्दे न फटने से बचाए जा सकें। साथ ही साथ अपनी दोनों एड़ियों को जोड़कर जमीन पर पर उकड़ू बैठ जाएं। अगर इस दौरान आप एक से ज्यादा लोग हैं तो एक दूसरे का हाथ पकड़कर बिल्कुल न रहें, बल्कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें। और अगर आपके पास छतरी या सरिया जैसी कोई चीज हैं तो अपने से दूर रखें, ऐसी चीजों पर बिजली गिरने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।
आकाशीय बिजली की प्रक्रिया कुछ सेंकेड के लिए होती है, लेकिन इसमें इतने ज्यादा बोल्ट का करंट होता है कि आदमी की जान लेने के लिए काफी होता है। क्योंकि इसमें बिजली वाले गुण होते हैं तो ये वहां ज्यादा असर करती है, जहां करेंट का प्रवाह होना संभव होता है
(अब आप नेशनल इंडिया न्यूज़ के साथ फेसबुक, ट्विटर और यू-ट्यूब पर जुड़ सकते हैं.)
तो क्या दीप सिद्धू ही है किसानों की रैली को हिंसा में तब्दील करने वाला आरोपी ?
गणतंत्र दिवस पर किसान संगठनों की ओर से निकाली गई ट्रैक्टर रैली ने मंगलवार को अचानक झड़प क…