नीतीश-लालू की सियासत में सेंध लगाएंगे योगी-केशव
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार की सियासत में सेंध लगाएंगे। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ योगी जल्द बिहार जाएंगे। बिहार में लालू प्रसाद यादव की बीजेपी हटाओ, देश बचाओ रैली से पहले योगी और केशव बिहार में कई सभाएं करेंगे।
सीएम योगी पटना में जनसभा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की तीन साल की योजनाओं के बारे में बताएंगे। वह जनता को बताएंगे एनडीए सरकार ने पिछले तीन साल में कैसे पूरे देश का नक्शा बदल दिया। नोटबंदी, उज्जवला योजना के साथ ही वह तमाम योजनाओं के फायदे गिनाएंगे।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को नालंदा भेजा जा रहा है, जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जनपद है। नीतीश ने अपने गांव हरनौट से ही सियासी पारी शुरू की थी। कुर्मी बहुल इस क्षेत्र में पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखने वाले केशव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाएं बताने का जिम्मा सौपा गया है। केशव के जरिए बीजेपी नालंदा से ही अपनी सोशल इंजिनियरिंग को और धार देगी। बीजेपी की यह सारी कवायद लालू यादव की बीजेपी के खिलाफ अगस्त में होने वाली रैली की वजह से है। दरअसल लालू ने अपने यहां पड़े आईटी विभाग के छापे के बाद बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वह अगस्त में बिहार में एक बड़ी रैली करने जा रहे हैं, जिसमें वह पूरे देश से बीजेपी विरोधी नेताओं को बुला रहे हैं। कांग्रेस के साथ वह अखिलेश यादव और मायावती को भी एक मंच पर लाने जा रहे हैं। हालांकि बीजेपी आधिकारिक तौर पर योगी और मौर्य के दौरे को सियासत से अलग बता रही है। यूपी बीजेपी के महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बीजेपी के एक कार्यकर्ता की तरह बिहार में प्रधानमंत्री की योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके पीछे कोई राजनीति नहीं है। बिहार में उनका जाना यह दिखाता है कि बीजेपी के किसी भी कार्यकर्ता की पूरे देश में स्वीकार्यता है।
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