बिहार में 50 साल पहले घट चुकी है सोनभद्र जैसी घटना।
50 साल पहले ऐसी ही घटना घटी थी बिहार में जैसी आज सोनभद्र उत्तरप्रदेश में घटी है। 24 मई 1967 को पूर्णिया जिले के रूपसपुर चंदवा में 14 आदिवासी बटाईदारों की हत्या कर दी गई थी। यह बिहार का पहला बड़ा नरसंहार था। एक भूमि विवाद को लेकर आदिवासियों को उनके झोपड़ों सहित आग के हवाले कर दिया गया था। तब के कांग्रेस के बड़े नेता और विधानसभाध्यक्ष रूपनारायण सिंह का नाम आया था इस कांड के मास्टरमाइंड के रूप में …खैर।
जमींदार घराने से आने वाले विन्देशरी प्रसाद मंडल तब खांटी कांग्रेसी हुवा करते थे, पर आदिवासियों पर हुवे इस नृशंस अत्याचार के बाद वे एक दिन कांग्रेस में नही रहे और विधानसभा के फ्लोर पर ही पाला बदल विपक्ष में आ गए। उसके बाद बिहार में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी और जब उन्ही बी.पी. मंडल आयोग की सिफारिश को केंद्र में लागू किया गया तो आज कांग्रेस को पानी भी मिलना मुश्किल हो रहा ।पाला बदलते हुवे मंडल साहब ने कहा था कि मैं अपनी अंतरात्मा की आवाज पर यह कदम उठा रहा हूँ।
आज यूपी के सोनभद्र में हुये शर्मनाक हमले के बाद किसी की अंतरात्मा क्यों नही जग रही?
~मनीष रंजन
Remembering Maulana Azad and his death anniversary
Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…