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Uncategorized - May 27, 2020

‘जय भीम बोलने पर भी पुलिस सख्त,अब होगी बड़ी कार्यवाही

कोरोना माहामारी ने देश की तस्वीर भी बदल डाली…पहले आजान पर पाबंदी…फिर नामाज पर पावंदी…अब जय बीम पर पावंदी…एक तरफ जय श्री राम के नारे ना लगाने पर पीटा जाता हैं…लिंचिंग कर दिया जाता हैं…लेकिन दूसरी तरफ अगर आप जय भीम बोलते है तो उस पर पुलिस का फरमान जारी हो जाता है…जनाब जय भीम बोलना गलत है क्या…ये कितना वाजिब…वहीं देश में कोरोना का कहर बरकरार है तो वहीं दूसरी तरफ उज्जैन एसपी ने नया फरमान जारी किया है। जी हां आपने बिलकुल ठीक सुना उज्जैन एसपी ने जय भीम बोलने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की बात कही है।

वहीं पूरे उज्जैन में एसपी का ये अजीब फरमान चर्चा का विषय बना हुआ है।क्योंकि ये शब्द तो संविधान के निर्माता बीआर अम्बेडकर के प्रति सम्मान वाला शब्द है।लेकिन यूपी पुलिस का ये फरमान कही ना कही ये सवाल खड़े करने पर मजबूर करता है की या तो पुलिस और सरकार को इस संविधान की कदर नहीं।या फिर बीआर अम्बेडकर के लिए दिल में जगह नहीं।

वहीं इस मुद्दे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी अपना गुस्सा जाहिर करते हुए ट्वीट किया।रामनाथ कोविंद ने कहा की जय भीम का मतलब है डॉक्टर भीमराव की जय…डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की जय का मतलब है उनकी विरासत तथा उनके आदेशों औऱ उनकी तरफ से दिए देश को दिए गए संविधान इन सबकी जय हो…..

साथ ही साथ एसपी ने वायरलैस पर ये भी मैसेज दिया कि जो भी पुलिसकर्मी जातिगत विवाद या राजनैतिक का शिकार होकर जय भीम बोल रहे है।पुलिस ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त एक्शन लेगी।वहीं ये मामला लगातार सुर्खियों में है…लेकिन पुलिस का ऐसा रवैया ये बयां करता है की पुलिस ही लोगों को धर्म और जाति के आधार पर बांट रही है।औ जो ऐसा करने से रोक रहा है उनके खिलाफ भी सख्त एक्शन लेने की बात की जा रही है। बहुजन हो या कोई भी इस देश की जाति ही ऐसी हो जो इस सरकार ने राजनीति का शिकार हुआ हो।और ऐसा इसलिए क्योंकि नेताओं ने अपने फायदे और अपने स्वार्थ के लिए अपने नारे लगवाए।और अपने जाल में जक़ड़ कर अपनी गंदी राजनीति का शिकार बनाया।लेकिन सोचने वाली बात ये है की अब देश सेवा में लगे पुलिस जवान भी इस गंदी राजनीति का शिकार हो रहे है।


भारत रत्न भीमराव अम्बेडकर के पास 31 डिग्री थी जिन्होने भारत का संविधान लिखा कानून लिखा।उनके बार में बोलना या उनकी जय बोलना आखिर कैसे राजनैतिक बात हो सकती है।लेकिन शायद ही कभी किसी ने ऐसा सोचा होगा की इस सरकार में ऐसा भी कुछ देखने को मिलेगा।

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