फारुक अब्दुल्ला की बहन-बेटी को क्यों लिया हिरासत में
BY: SONIYA
पुलिस ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और बहन समेत 6 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया.ये महिलाएं जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के विरोध में प्रदर्शन कर रही थीं.
वही इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार की गई सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिक संगठनों से जुड़ी इन महिलाओं को सीआरपीसी की धारा 107 के तहत हिरासत में लेकर श्रीनगर की केंद्रीय जेल में रखा गया है.और मंगलवार सुबह महिलाओं का ये समूह श्रीनगर के प्रताप पार्क में इकठ्ठा हुआ था,
जहां जम्मू कश्मीर पुलिस पहुंची और इन्हें पार्क से निकाल दिया.इसके बाद जैसे ही महिलाओं ने नारे लिखी तख्तियां दिखाईं, तो सीआरपीएफ की महिला कर्मचारियों ने उन्हें पुलिस वाहनों में बैठाना शुरू कर दिया.और उन्हे कोठीबाग थाने में कई घंटों तक हिरासत मे लेने के बाद महिलाओं को गिरफ्तार कर केंद्रीय जेल भेज दिया गया.और पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने से पहले हावा बशीर ने कहा, ‘हम यहां शांतिपूर्ण धरने के लिए आये थे. सरकार कहती है कि विशेष दर्जा हटाने पर कश्मीरी खुश हैं.और हम यहां यही कहने आये हैं कि हम खुश नहीं हैं. हम जब यहां इकट्ठे हो रहे थे,
तभी उन्होंने इस सार्वजनिक पार्क के सभी दरवाजे बंद कर दिए. क्या यह लोकतंत्र है?’और गिरफ़्तारी के समय दिए बयान के अनुसार महिलाओं ने कहा कि वे ‘विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली महिलाएं हैं और उन्होने नागरिक स्वतंत्रता और मौलिक अधिकारों की बहाली की मांग करते हुए महिलाओं ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से धोखा और अपमान मिला है.वही हिरासत में लिए गए लोगों को तत्काल ही रिहा करने और ग्रामीण शहरी क्षेत्रों के विसैन्यीकरण को हटाने की भी मांग की.
और अपनेबयान में यह भी कहा है,कि ‘हम कश्मीर में झूठे एवं गुमराह करने वाले प्रचार के लिए राष्ट्रीय मीडिया के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करते हैं.’ आज कश्मीर से आर्रिकल 370 को हटे पूरे 72 दिन पूरे हो गए हैं ।
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