24 घंटे में कोरोना से 100 मौतें, कभी खत्म नहीं होगा कोरोना वायरस ?
कोरोना आज दुनिया के लिए नासुर बन चुका।जिसे जितना भी कुरेदों उतना ही दर्द देता है।लेकिन वैज्ञानिकों की लाख कोशिशों के बाद भी ना तो इस कोरोना की अभी तक वैकसीन बन पाई और ना ही किसी तरह की दवा।जो वाकई में सभी के लिए एक चिंता का विषय है,लेकिन इन सब के बीच कई लोग ऐसे भी है जिन्हे पैसा कमाने की लगी हुई है।लोग मास्क से लेकर पानी तक पर पैसा कमाने की सोच रहे है।अब ऐसे में ये सवाल उठता है की सरकार इन लोगों के लिए क्या कर रही है,फिलहाल तो सरकार गरीबों के लिए ही कुछ नहीं कर रही।इन लोगों पर नकेल कसने के लिए क्या कुछ करेगी।
लेकिन वहीं अब देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 82 हजार के करीब पहुंच गया है।पिछले 24 घंटे में करीब 4 हजार नए मामले सामने आए हैं और 97 लोगों की मौत हुई है।जो ये सोचने के लिए काफी है की सरकार की तैयारियां धरातल पर है। वहीं शुक्रवार को जारी स्वास्थ्य विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, अब देश में कोरोना मरीजों की कुल तादाद 81 हजार 970 हो गई है।इसमें से 2649 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 27 हजार 920 लोग ठीक हो चुके हैं।
अभी देश में 51 हजार 401 एक्टिव केस हैं,महाराष्ट्र में कोरोना का कोहराम सबसे ज्यादा है।यहां मरीजों की संख्या 27 हजार के पार पहुंच गई है, तो वहीं मरने वालें लोगें की तादाद भी 1019 तक जा पहुंची है।साथ ही साथ गुजरात में कोरोना पीड़ितों का आंकड़ा 9 हजार 591 तक जा पहुंचा है, जबकि मरने वाले मरीजों की तादाद 586 है।
वहीं तमिलनाडु में भी हालात बद से बदत्तर है यहां तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है।जिसको देखते हुए अब तक यहां 9 हजार 674 केस की पुष्टि हुई है, जिसमें 66 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 8 हजार को पार कर गया है. मंत्रालय के अपडेट के मुताबिक, दिल्ली में कुल मरीजों की संख्या 8 हजार 470 है, जिसमें 115 लोगों की मौत हो चुकी है।
अगर हम राजस्थान के आंकड़ों पर नजर डाले तो राजस्थान भी इन सभी से कदम से कदम मिलाए हुए है।दराअसल राजस्थान में अब तक 4534 कंफर्म केस सामने आ चुके हैं, जिसमें 125 लोगों की मौत हो चुकी है।मध्य प्रदेश में अब तक 4426 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 237 लोगों की मौत हो चुकी है,उत्तर प्रदेश में भी कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, अब यहां मरीजों की संख्या 3902 हो गई है, जिसमें 88 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
इन सभी आंकड़ों से यही साफ होता है की अगर आने वाले समय में इसकी कोई दवा नहीं बनी,और सरकार के साथ-साथ आम जनता ने भी लापरवाही बरती तो वायरस कभी ना खत्म होने वाली कहानी बन जाएगा।और इसकी जिम्मेदार सरकार होगी,क्योंकि अगर सरकार ने जल्द इस मामले की संज्ञान लिया होता तो आज इस देश के हालात कुछ और ही होते।
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