34 प्रवाशांनी भरलेली बस अपहरण, योगी सरकारवर प्रश्न उपस्थित केले
योगी सरकार में क्राइम कम होने की जगह लगातार बढ़ता जा रहा है। ये वहीं सरकार है जो सत्ता में सबका साथ सबका विकास और अपराध पर लगाम लगाने की बात कह कर आई थी। लेकिन लगातार बढ़ रहे मामले ये साफ कर रहे है की सरकार तमाशा होता देख रही है। ऐसा ही एक मामला आगरा से सामने आया है जहां कल सुबह 3 बजे गुरुग्राम से झांसी के मऊरानीपुर, छतरपुर, पन्ना के लिए 34 यात्रियों को लेकर एक प्राइवेट बस निकली थी.

लेकिन बस जैसे ही आगरा के दक्षिणी बाईपास के आगे पहुंची, तभी बस को कुछ लोगों ने ओवरटेक किया और बताया कि गाड़ी पर फाइनेंस है और किश्त समय से नहीं दिया जा रहा है।कार सवार लोगों ने कहा कि हम बस को ले जा रहे हैं. इन लोगों ने ड्राइवर और कंडक्टर को अपने साथ जाइलो में बैठा लिया और कार में सवार एक शख्स बस को चलाकर ले जाने लगा। बस में सवार यात्रियों को इसकी जानकारी नहीं थी. बाद में बस के यात्रियों को उतारकर दूसरी गाड़ी से झांसी भेज दिया गया।

कल ही अगवा की गई बस को इटावा से बरामद कर लिया गया था, इसके साथ ही बदमाशों की तलाश शुरू हो गई थी। जिसके बाद आगरा से बस को अगवा करने वाले बदमाशों और पुलिस के बीच गुरुवार तड़के मुठभेड़ हो गई है। थाना फतेहाबाद क्षेत्र में चेकिंग के दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है, जबकि एक बदमाश मौके से फरार हो गया।

पुलिस के मुताबिक, घायल बदमाश का नाम प्रदीप गुप्ता बताया जा रहा है. उसका नाम बस हाईजैक के मामले में सामने आ रहा था।पुलिस ने घायल प्रदीप गुप्ता को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के आला अधिकारी और क्राइम ब्रांच की टीम बदमाश से पूछताछ में जुटी है. साथ ही बाकी बदमाशों की तलाश जारी है।
लेकिन सरकार की लाख कोशिश के बाद भी आखिर अपराध इतना क्यों बढ़ रहा । या तो ये है की सरकार से सत्ता चल नहीं रही या फिर सरकार इन सब में अपना फायदा देख रही है। लेकिन अब चुनाव भी करीब है अब देखने वाली बात ये होगी की उत्तर प्रदेश की जनता क्या सरकार को दोबारा सत्ता देगी।
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