गुजरात विधानसभा चुनाव में होगा वीवीपीएटी का इस्तेमाल: चुनाव आयोग
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को कहा है कि वह इस साल के आखिर में होने वाले गुजरात विधान सभा चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों के साथ कागज की पर्ची देने वाले उपकरण (वीवीपीएटी) का इस्तेमाल किया जा सकेगा। चुनाव आयोग ने अपने हलफनामे में कहा है कि वह गुजरात चुनावों में वीवीपीएटी मशीनों का इस्तेमाल करेगा। आयोग ने कहा कि उसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक्स काॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से 31 अगस्त तक 48,000 वीवीपीएटी मशीनें मिलने की उम्मीद है, जबकि शेष 25,500 मशीनों की सितंबर तक आपूर्ति होगी।
क्या है वीवीपीएटी मशीन
वीवीपीएटी मशीन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से जुड़ी होती है और वोटिंग की पुष्टि के लिए कागज की पर्ची निकालती है ताकि वे इस बात की पुष्टि कर सकें कि उन्होंने सही तरीके से वोट दिया है। दरअसल चुनाव के दौरान वीवीपीएटी से एक पर्ची निकलेगी जिसमें सीरियल नंबर, प्रत्याशी का नाम और उसका चुनाव चिन्ह अंकित होगा। हालांकि, यह पर्ची वोटर को नहीं दी जाएगी, लेकिन चुनाव आयोग इस पर्ची के तौर पर रिकार्ड को संभालकर रखेगा। जरूरत पड़ने पर पर्ची से वोट का मिलान किया जा सकता है।
ईवीएम से छेड़छाड़ का मामला
यूपी विधानसभा चुनाव के बाद से ही ईवीएम को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, बीएसपी सुप्रीमो मायावती, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल से लेकर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने भी ईवीएम से छेड़छाड़ का मामला उठाया था। देश की करीब 16 विपक्षी पार्टियां ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की शिकायत कर चुकी हैं।
Remembering Maulana Azad and his death anniversary
Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…