बिहार मंत्रीमंडल में 75 फीसदी से ज्यादा दागी मंत्री शामिल
नई दिल्ली। एनआईएन ब्यूरो
भ्रष्टाचार और राजनैतिक सफाई के नाम पर टूटे महागठबंधन के बाद बीजेपी-जेडीयू की नई सरकार बनने के बाद चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है, नीतीश-बीजेपी गठबंधन सरकार में दागियों की संख्या पिछली सरकार से ज्यादा है। एडीआर की रिपोर्ट के सामने आने के बाद नीतीश कुमार और बीजेपी पार्टी के गठबंधन पर सोशल मीडिया पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि भाजपा के साथ मिलकर नीतीश कुमार की अगुवाई में बनी बिहार की नई सरकार के 75 फीसदी से ज्यादा मंत्रियों के ख़िलाफ़ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
बिहार की पिछली महागठबंधन सरकार में दागी मंत्रियों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम थी. महागठबंधन सरकार में नीतीश की पार्टी जदयू के साथ राजद और कांग्रेस शामिल थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में जदयू-भाजपा-लोजपा की मौजूदा सरकार के 29 में से 22 मंत्रियों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि पिछली महागठबंधन सरकार में कुल 28 मंत्रियों में से 19 मंत्री दागी थे.
स्रोत- ADR का एफिडेविट का अध्ययन, दी गई जानकारी को आप चुनाव आयोग की वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं।
एडीआर का लिंक-
https://adrindia.org/content/analysis-criminal-background-financial-education-gender-and-other-details-ministers-bihar-0
गौरतलब है कि 26 जुलाई को जदयू अध्यक्ष नीतीश ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे दो साल पुरानी महागठबंधन सरकार गिर गई थी. लेकिन इस्तीफे के कुछ ही घंटों के भीतर उन्होंने भाजपा और लोजपा के साथ मिलकर नई सरकार बना ली.
27 जुलाई को ही नीतीश को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई, साथ ही भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी को राज्य का उप-मुख्यमंत्री बनाया गया.
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