मोदी सरकार की गलत नीतियों से बर्बादी के रास्ते पर है देश- मायावती
लखनऊ। बीएसपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश अध्यक्षों एवं प्रमुख पदाधिकारियों की आज यहां एक खास बैठक हुई। यहां पहुचे पार्टी से जुड़े लोगों ने कहा कि बीजेपी व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की गलत नीतियां, कार्यकलाप, जातिवादी, अहंकारी, तानाशाही व द्वेषपूर्ण रवैये के कारण देश खुशहाली के रास्ते पर नहीं बल्कि बदहाली व बर्बादी के रास्ते पर जा रहा है। इससे देश के करोड़ों गरीबों, किसानों, मजदूरों व आमजनता का नहीं बल्कि केवल मुट्ठीभर बीजेपी एण्ड कम्पनी व इनके समर्थक पूंजीपतियों व धन्नासेठों का ही लगातार भला हो रहा है जो अति-चिन्ता की बात है और जिसके विरूद्ध संघर्ष व विरोध देशहित में बहुत जरूरी है।
बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जी ने इस बैठक में देश के विभिन्न राज्यों में पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मायावती ने पार्टी के सर्वसमाज में जनाधार को बढ़ाने के सम्बंध में अनवरत जारी कैडर तैयारियों की समीक्षा की। इसके अलावा उन्होने इसे आगे की तैयारियों के लिये नये दिशा-निर्देश भी दिये।
इस बैठक के जरिए बीसपी सुप्रीमो ने देश की वर्तमान राजनीतिक उथल-पुथल के साथ-साथ आन्तरिक सुरक्षा व सीमा पर की तनावपूर्ण हालात का भी जायजा लिया गया और यह अनुभव किया कि बीजेपी सरकार बनने के बाद से सीमाओं पर भी हालत खराब हुई है। मायावती ने कहा कि हमारे जवानों की भी शहादत की संख्या बढ़ी है जो कि सरकार की नीतियों की सफलता का प्रतीक नहीं है।
बीजेपी-शासित छत्तीसगढ़ राज्य के लोगों ने अपनी रिपार्ट में पार्टी प्रमुख को बताया कि छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा मंत्री द्वारा कई हेक्टेयर वन व आदिवासी समाज की भूमि पर कब्जा करके वहाँ उनके व उनके परिवार के लोगों द्वारा रिजोर्ट व्यवसाय विकसित करने के मामले में सब कुछ भ्रष्टाचार व पद का दुरुपयोग साबित हो जाने के बावजूद भी सम्बंधित बीजेपी मंत्री के खिलाफ कोई भी सख़्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस कारण वहाँ जनता यह सवाल कर रही है कि बीजेपी मंत्री द्वारा इस प्रकार की भू-माफियागिरी व भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी द्वारा ऐसा टालिरेन्स क्यों? यह कौन सी देशभक्ति है?
बीएसपी की राष्ट्रीयकार्यकारिणी की अहम बैठक को सम्बोधित करते हुये मायावती ने कहा कि सीबीआई, आयकर, ईडी, पुलिस व अन्य सरकारी मशीनरी का घोर दुरूपयोग करके प्रतिपक्षी पार्टी के अनेकों नेताओं को भ्रष्ट साबित करने की कोशिश भी लगातार की जा रही है, परन्तु बीजेपी मंत्रियों व नेताओं आदि के खिलाफ भ्रष्ट भ्रष्टाचार के मामले खुले तौर पर साबित होने के बावजूद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, ऐसा भेदभाव व विद्वेषपूर्ण व्यवहार क्यों? क्या यही बीजेपी व मोदी का भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान है?
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, बीजेपी व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ग़रीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, सीमा सुरक्षा जैसे देशहित के साथ-साथ जनकल्याण आदि के महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर बुरी तरह से विफल साबित हुई है और अपनी इन विफलताओं से लोगों का ध्यान बाँटने के लिये ही विरोधी पार्टी के नेताओं को बदनाम करके व उनकी सरकारों को हर प्रकार से परेशान व अस्थिर करके उन्हें गिराने का काम करने में व्यस्त है। गुजरात राज्यसभा के चुनाव में तो इसका और भी ज्यादा भद्दा रूप देश को देखने को मिल रहा है।
मायावती ने कहा, पहले गोरक्षा के नाम पर भीड़ की अराजकता, निर्दोषों की नृशंस हत्या के अलावा आतंकवाद, देशद्रोह, लव-जेहाद, एण्टी-रोमियों आदि के नाम पर उत्पीड़न और फिर नोटबन्दी आदि के माध्यम से लोगों का ध्यान बाँटा गया और अब प्रतिपक्षी पार्टियों को अस्थिर कर उन्हें भ्रष्ट साबित करने तथा उनकी आवाज़ को संसद तक में दबाने का प्रयास किया जा रहा है। संसद के इसी दम घुटने वाले माहौल के कारण ही उन्हें दिनांक 18 जुलाई सन् 2017 को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा भी देना पड़ा है।
मायावती ने आगे कहा,करने के लिये देशभर में और खासकर उत्तर प्रदेश में सघन कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है, जिसके तहत ही महीने 18 सितम्बर से मण्डल स्तर पर कार्यकर्ता महासम्मेलन हर महीने आयोजित किये जायेंगे जबकि देश के अन्य राज्यों में यह प्रक्रिया नवम्बर महीने से शुरू होगी।
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