By- Aqil Raza
उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार के बाद अब साइडइफेक्ट्स दिखने लगे हैं। विपक्षियों के हमलों के बीच अब पार्टी के अंदर भी नेतृत्व के खिलाफ स्वर उठ रहे हैं। बीजेपी के सीनियर लीडर सुब्रमण्यन स्वामी ने इशारों-इशारों में योगी आदित्यनाथ पर अटैक करते हुए कहा कि अपनी सीट तक न जीत पाने वाले लोगों को बड़े पद देना लोकतंत्र में आत्महत्या करने जैसा है।
इसके अलावा आजमगढ़ से सांसद रहे रमाकांत यादव और पटना के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने हार के लिए सीधे पार्टी नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है। रमाकांत यादव ने कहा कि बहुजनों और पिछड़ों को नजरअंदाज किए जाने के चलते ऐसा हुआ है।
जले पर डाला नमक
इस हार के बाद रादजनीतिक हलकों से जबरदस्त रिएक्शन देखने को मिले, विपक्षी पार्टियों के अलावा सहयोगी दल शिवसेना ने भी जख्म पर नमक छिड़कने का काम किया। शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि मैं ये नहीं जानता की एसपी और बीएसपी गठबंधन ने काम किया है। मैं मानता हूं कि प्रभु श्रीराम की सबसे ज्यादा निंदा करने वाले नेता (नरेश अग्रवाल) के लिए आपने जिस दिन रेड कॉरपेट बिछाया था, उसी दिन राम भी आप के खिलाफ गहो गए।
वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने जीत की बधाई देते हुए कहा कि, “बड़ी जीत, मायावती और अखिलेश यादव को जीत की बधाई। उत्तर प्रदेश उपचुनाप बीजेपी के अंत की शुरुआत है, लालू प्रसाद यादव के अररिया और जहानाबाद सीट पर जीत की बधाई।“
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आज के चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवारों को बधाई, नतीजों से स्पष्ट है कि मतदाताओं में बीजेपी के प्रति कितना गुस्सा है, अब मतदाता उस गैर बीजेपी उम्मीदवार के लिए वोट करेंगे, जिसके जीतने की संभावना सबसे ज्यादा हो।
वहीं अखिलेश ने इस जीत की सभी को बधाई देते हुए कहा कि बीजेपी ने समाज को बांटने का काम किया है और ये जीत समाजिक न्याय की जात है।