जब मैं रो रहा था तब मेरी बात सुनने कोई नहीं आया : अरविंदर सिंह लवली
नई दिल्ली: कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके अरविंदर सिंह लवली ने कहा है कि एक टीवी इंटरव्यू के दौरान अपने पुराने बॉस (दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) अजय माकन के रो पड़ने की खबर से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. इस इंटरव्यू में लवली के पार्टी छोड़कर जाने के बारे में सवाल पूछे जाने पर माकन रो पड़े थे. लवली ने कहा, जब मैं रो रहा था, तब वह मेरी बात सुनने को नहीं आए. दिल्ली में काफी अहम माने जा रहे एमसीडी चुनावों से ठीक पहले लवली का बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है. 48-वर्षीय लवली ने कहा, दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अजय माकन ने न तो मुझे चुनाव प्रचार के लिए और न ही घोषणा पत्र जारी करने के लिए बुलाया. उन्होंने हम सबका सफाया कर डाला. लवली तीन दशक से कांग्रेस में थे. उन्होंने चार बार दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीता और शीला दीक्षित सरकार में मंत्री भी रहे. हालांकि 2015 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की आंधी में बाकी नेताओं की तरह उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें अपने नाम की थीं. 3 सीटें बीजेपी को हासिल हुई थी. दिल्ली में रविवार को तीन नगर निगमों के चुनाव के लिए मतदान होगा. इस चुनाव को अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता मापने के लिए मिड टर्म रियलिटी चेक के तौर पर लिया जा रहा है. इस महीने हुए राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जमानत तक जब्त हो गई. कांग्रेस यहां दूसरे नंबर पर रही. माकन ने इस प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए इसे कांग्रेस की वापसी बताया. दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके वालिया समेत अन्य नेता एमसीडी चुनावों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर माकन के रवैये से नाराज हैं. पूर्व मंत्री रह चुके वालिया ने भी पिछले दिनों इस्तीफे की पेशकश की थी. लवली ने कहा कि कांग्रेस से और नेताओं की विदाई हो सकती है. लोग आहत हैं और उन्हें अपमानित किया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई नेताओं का पिछले दो सालों से दम घुट रहा है.
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