पड़ोसी देशों के साथ युद्ध नहीं करने दूंगाः आसिफ अली जरदारी
पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने रविवार को कहा कि वह पाकिस्तान के पड़ोसी देशों के साथ बेहतर बनाए रखने के लिए डटे रहेंगे। उन्होंने पड़ोसी देशों के साथ अनबन को लेकर नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन सरकार की आलोचना की। जरदारी ने कहा कि वह मानते हैं कि यह अमेरिका की विदेश नीति है।
पेशावर में एक रैली को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि जब वह सत्ता में थे, भारत और अफगानिस्तान के साथ संबंध मधुर थे और शांति का माहौल था। जरदारी ने कहा, ‘हमें अपने पड़ोसी देशों के बीच दोस्ताना संबंध बनाए रखना चाहिए। जब युद्ध की बात आती है तो प्रधानमंत्री नवाज की अमेरिकियों के प्रति यही सोच रहती है।’ उन्होंने कहा, ‘हम यह युद्ध नहीं होने देंगे।’
वहीं, जरदारी ने घरेलू मोर्चे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि खैबर पख्तून ख्वाह में हिंसा बढ़ रही है, लेकिन जिसकी सरकार वहां है उन्हें इसकी खबर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘उन्हें नहीं पता कि खैबर पख्तून ख्वाह में कितने भाई-बहन और बच्चे बेघर हुए हैं। उनकी राष्ट्रीय पहचान छीनी जा रही है और उन्हें जेल में रखा जा रहा है।’
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक जरदारी ने कहा, ‘पख्तूनों से पूछा जा रहा है कि वे पंजाब, बलूचिस्तान और इस्लामाबाद में क्या कर रहे हैं। मुझे गर्व है कि कराची में सबसे ज्यादा पख्तून हैं।’
जरदारी ने कहा कि उनकी पार्टी पीपीपी ने फैसला किया है कि फेडरली ऐडमिनिस्टर्ड ट्राइबल एरिया (एफएटीए) का खैबर पख्तून ख्वाह में विलय कर दिया जाएगा और एफएटीए के लोगों को उनका अधिकार दिलाया जाएगा। जो अधिकार दूसरे प्रांत के लोगों को मिला हुआ है। उन्होंने कहा, ‘अगर हमें अवसर मिला है, तो हम भी दूसरों को अधिकार दिलाएंगे।’
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