संघर्ष की पड़ गई है नींव? सीमा पर भारत-चीन के बीच चरम पर तनाव
भारत और चीन (India-China News) के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने के लिए ड्रैगन लगातार अपील कर रहा है लेकिन जमीनी स्तर पर उसकी हरकतें उसकी अपील से मेल नहीं खा रही है।
पेइचिंग के धोखे के इतिहास को देखते हुए भारतीय सेना भी अपने उच्चतम अलर्ट पर है। विशेषज्ञों का भी कहना है कि ड्रैगन की बातों पर भरोसा करना खतरनाक होगा। भारत ने कई इलाकों में चीन पर बड़ी बढ़त हासिल कर चुका है। ऐसे में भारत अब हर चीज को परख रहा है।
इन सबके बीच LAC पर एक अजीब खामोशी है और दोनों पक्ष एक-दूसरे की आंख में आंख डाले हुए है।
क्या संघर्ष की पड़ चुकी है बुनियाद?
इधर, विशेषज्ञ अभी भी चीन पर भरोसा नहीं करने की सलाह दे रहे हैं। सामरिक और कूटनीतिक मामलों के विशेषण कंवल सिब्बल ने कहा है कि जबतक सही तरीके से स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास नहीं होंगे कुछ नहीं होने वाला है।
मौजूदा स्थिति अच्छी नहीं है और ऐसा लग रहा है कि जैसे संघर्ष की बुनियाद पड़ चुकी है। बता दें कि चीन को धोखे को मात देते हुए भारतीय सेना ने 29-30 अगस्त की मध्य रात्रि में दक्षिण पैंगोंग शो झील की ऊंचाई वाली जगहों पर अपनी पैठ मजबूत कर ली थी। यही नहीं, भारतीय सेनाओं ने फिंगर 4 के करीब भी स्थिति मजबूत कर ली है।
चीन पर नहीं है भारत को भरोसा
इस बीच चीन की तरफ से पिछले दो दिनों से कोई आक्रामक रुख देखने को नहीं मिला है। लेकिन भारत चीन के किसी भी कदम पर भरोसा नहीं कर रहा है।
इस बीच रक्षा मंत्रालय से लेकर विदेश मंत्रालय तक मौजूदा तनाव को कम करने के लिए कई बैठकें हो चुकी हैं लेकिन अभी कोई समाधान नहीं निकला है। अगले सप्ताह दोनों देशों के बीच एक बार फिर कमांडर स्तर की बातचीत हो सकती है।
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