घर राज्य बिहार & झारखंड बिहार विधानसभेच्या निवडणुका अशाच कोरोना साथीच्या काळात असतील !

बिहार विधानसभेच्या निवडणुका अशाच कोरोना साथीच्या काळात असतील !

कोरोना अपना कहर जमकर बरपा रहा है बता दें की 13 लाख के करीब लोगों की मौतें हो चुकी है जबकि 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण के संकट के बीच बिहार विधानसभा चुनाव को समय पर कराने को लेकर निर्वाचन आयोग मंथन कर रहा है।

ऐसे में व्यापक विचार-विमर्श के बाद चुनाव आयोग ने कोरोना संकट का ध्यान रखते हुए बिहार चुनाव प्रचार के तौर-तरीके को लेकर दिशा-निर्देशों का एक प्रारूप तैयार किया है। आयोग ने इस प्रारूप को बिहार ने प्रमुख राजनीतिक दलों को भेजा है और उस पर उनसे सुझाव और सलाह मांगी है।

अगर साफ तौर पर देखा जाए तो बिहार इन दिनों दोहरी चुनौतियों से लड़ रहा है। एक तरफ कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरों से बिहार एक नया हॉटस्पॉट बनता जा रहा है तो दूसरी तरफ बाढ़ ने लाखों लोगों की जिंदगी मुहाल और तबाह कर दी है। ऐसे में चुनाव आयोग के सामने बिहार चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती है।

 इसे लेकर चुनाव आयोग के सचिव एन टी भूटिया ने शुक्रवार को जारी पत्र के माध्यम से 31 जुलाई तक सभी राजनीतिक दलों को सुझाव व सलाह देने का निर्देश दिया है। ताकि उसके आधार पर निर्वाचन आयोग के द्वारा दिशा निर्देश जारी किया जा सके।

पोलिंग बूथ को देखते हुए आयोग बिहार चुनावों के लिए चुनाव आयोग राज्य के प्रत्येक बूथ में मतदाताओं की संख्या पर एक कैप लगाने, पीपीई किट के साथ चुनाव अधिकारी प्रदान करने और ईवीएम मशीन पर बटन दबाने के लिए टूथ पिक/ दस्ताने का उपयोग करने सहित मतदाताओं के लिए थर्मल स्क्रीनिंग पर विचार कर रहा है।

चुनाव आयोग ने कहा कि पूरे देश में कोरोना का संकट बना हुआ है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण को रोकने और उसकी सुरक्षा से संबंधित कई प्रकार के दिशा निर्देश आपदा प्रबंधन कानून, 2005 के तहत जारी किए गए। अब देखना ये होगा की आने वाले वक्त से लड़ते हुए कौन बिहार पर अपना परचम लहराएगा।

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