घर भाषा हिंदी टिकेशच्या डोळ्यात अश्रू पाहून राकेश आला- संजय राऊत म्हणाले

टिकेशच्या डोळ्यात अश्रू पाहून राकेश आला- संजय राऊत म्हणाले

मंगळवारी गाझीपूर सीमेवर सुरू असलेल्या शेतकरी आंदोलनात शिवसेना नेते संजय राऊत यांनीही सहभाग घेतला. त्यांच्यासोबत पक्षाचे खासदार अरविंद सावंतही उपस्थित होते. दोन्ही भारतीय किसान युनियन येथील आंदोलनाची कमान सांभाळत आहेत. (BKU) के नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की। कंधे से कंधा मिलाकर खड़े तीनों नेताओं ने मीडिया के सामने एकजुटता दिखाई। दोनों नेता मुंबई से करीब डेढ़ हजार किलोमीटर दूर स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे का संदेश लेकर आए थे। राउत ने कहा कि वे मुंबई से यहां इसलिए आए हैं क्‍योंकि ‘हमारा कर्तव्‍य बनता है।उन्‍होंने कहा कि पूरी शिवसेना ‘राकेश टिकैत के साथ है।

मुलाकात के बाद संजय राउत ने मीडिया से कहा, “जिस तरह से यहां दहशतवाद हो गया, जिस तरह से हमारे किसानों को, टिकैत साहब को कुचलने की कोशिश की गई तो हमको लगा कि हमारा कर्तव्‍य बनता है, महाराष्‍ट्र के लोगों का, कि उनके साथ खड़े रहें। उनको हमारी संवदेना दें और कहें कि पूरा राज्‍य, पूरी शिवसेना, उद्धव ठाकरे साहब और हम सब उनके साथ हैं। ये कहने के लिए मैं यहां आया हूं। सरकार को किसानों के साथ कायदे से बात करनी चाहिए। अहंकार से देश चलाने में मदद नहीं मिलेगी।

राउत ने दिल्‍ली आने से पहले ट्वीट कर कहा था कि वे महाराष्‍ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के सुझाव पर गाजीपुर बॉर्डर जा रहे हैं। किसानों का आंदोलन मंगलवार को 67वें दिन में प्रवेश कर गया है। 28-29 जनवरी के बाद तेज हुए आंदोलन को देखते हुए दिल्‍ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर समेत सभी धरनास्‍थलों पर सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी है। कंटीले तारों के अलावा कंक्रीट की दीवारें खड़ी कर दी गई हैं।

किसान नेता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि आंदोलन को बदनाम करने की साजिश हो रही है। उन्‍होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि शांतिपूर्ण धरने के बावजूद दिल्‍ली पुलिस ने रास्ता बंद कर दिया है ताकि ‘जनता कहे कि जनता को दुखी कर रहे हैं।टिकैत ने कहा कि ‘दिल्‍ली पुलिस रास्‍ते बंद कर रही है।‘एम्‍बुलेंस लेन में दो महीने से एम्‍बुलेंस चलती थी, उसे दिल्‍ली पुलिस ने बंद कर दिया। कंटीले तार लगा दिए। तीन रोड को जिसे हमने छोड़ रखा था, उसे भी बंद कर दिया।
फिलहाल कल राज्यसभा में किसान प्रदर्शन को लेकर चर्चा होनी है और 6 फरवरी को किसानों का 3 घंटे के लिए चक्काजाम होगा.

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