सचीन पायलट के घर वापसी पर, ये क्या कह गए अशोक गहलोत !
राजस्थान की राजनीती को लेकर पिछले एक महिने से घमासान मचा हुआ था , लेकिन अब जा के सचीन पायलट के घर वापसी के बाद सब कुछ थोड़ा सही होता दिख रहा है।
आपको बता दे कि महीने भर पहले राजस्थान कांग्रेस की कैबिनेट मीटिंग छोड़कर दिल्ली आने के बाद अब सचिन पायलट राजस्थान लौट रहे हैं. सोमवार को राजस्थान कांग्रेस के पूर्व चीफ सचिन पायलट, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मिले थे, जिसके बाद उन्होंने अपनी समस्याओं पर बातचीत की और आखिरकार मामले में समझौता हो गया था।
वो मंगलवार दोपहर तक राजस्थान पहुंच जाएंगे. ठीक महीने भर बाद प्रदेश लौट रहे पायलट के साथ बहुत बड़ा बदलाव हो चुका है. अब न तो वो डिप्टी सीएम हैं, न ही उनके पास राजस्थान कांग्रेस के चीफ का पद है।
सचिन पायलट की सबसे बड़ी इच्छा अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की थी. उन्होंने पार्टी के सामने गहलोत के कामकाज के तरीके को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी. एक महीने तक चली खींचतान में गहलोत ने पायलट पर खुलेआम वार किए लेकिन अब वो अपनी ‘बगावत की सजा’ झेले बगैर राजस्थान लौट रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि पायलट की इतनी आराम से वापसी पर अशोक गहलोत नाराज़ हैं।
मुख्यमंत्री जैसलमेर निकल गए हैं, जहां वो अपने विधायकों से मुलाकात करने वाले हैं. शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है, जहां उन्हें बहुमत साबित करना पड़ सकता है. सूत्रों का कहना है कि गहलोत के विधायक मामले में आए इस मोड़ से नाराज़ और निराश लग रहे हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हें मनाने में लगे हुए हैं।
गहलोत के सामने भी अब पायलट के लौटने का दर्द और अपने विधायकों को समझाने की मजबूरी है. रविवार को हुई एक बैठक में गहलोत के विधायकों ने कहा था कि बागी विधायकों को उनके ‘धोखे’ की सजा दी जानी चाहिए और पार्टी में उन्हें वापस नहीं आने दिया जाना चाहिए ।
वही इस पुरे मामले को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि भुल जाव, माफ करो औऱ आगे बढ़ो।
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